मेरठ। स्टेशन कमांडर सुमित कुमार शुक्रवार को वेटरन नोडस में पूर्व सैनिकों से रुबरु हुए। जीओसी को अपने बीच पाकर वहां पहुंचे तमाम पूर्व सैनिकों ने उनके सामने अपनी समस्याओं की गठरी खोल दी। जीओसी ने उनहें बताया कि आॅपरेशन सिंदूर के चलते कुछ चीजें आगे पीछे हुए हैं, लेकिन हमारा दुश्मन हम जब जबरदस्ती तनाव थोपने पर अमादा था, उसके चलते कुछ चीजें हो सकता है कि समय पर ना हुई हों, लेकिन सेना अपने पूर्व सैनिकों के लिए पूरी तरह से गंभीर है। पूर्व सैनिकों को बताया गया कि 15 जून से एक नयी व्यवस्था शुरू की जा रही है। उसमें पूर्व सैनिक जो समस्याएं प्रशासन व पुलिस संबंधित हैं, उन्हें आॅन लाइन आईजीआरएस पोर्टल की मार्फत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा जीओसी ने यह भी जानकारी दी कि पूर्व सैनिक बोर्ड में हर माह होने वाली मिटिंग की मानिटरिंग की जाएगी। जितनी भी समस्याएं वहां उठायी जाएगी उनका फीड बैक प्रशासन से लिया जाएगा और भी फीड बैक होगा उससे संबंधित को अवगत भी कराया जाएगा। स्एक पूर्व सैनिक ने अपने मकान पर कब्जे का मामला उठाया, उन्हें बताया गया कि इस संबंध में सेना के अपने सीमित विकल्प हैं। बेहतर होगा कि पुलिस प्रशासन के जरिये इन समस्याओं को उठाया जाए। सीजीएचएस को लेकर आए सवालों पर जीओसी ने कहाकि वहां की दवाओं पर किसी प्रकार की शंका ना की जाए। इस मौके पर कर्नल प्रवीण कुमार व अनिल सिरोही के अलावा कई फौजी अफसर भी मौजूद रहे।
पूर्व सैनिकों व वीर नारियों के लिए वेटरनस नोड में 15 जून से नई सुविधा का किया जा रहा आगाज
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