मुस्लिमों में गम और गुस्सा मगर इजहार से परहेज, लोकसभा में पेश किए गए वक्फ बोर्ड संशोधन कानून बिल से जबरदस्त नाराजगी, मुस्लिमों में गम और गुस्सा फोर्स अलर्ट, एसएसपी के आदेश पर शहर के कई इलाकों में पुलिस फोर्स ने फ्लैग मार्च
मेरठ/ कानून व्यवस्था के मद्देनजर बुधवार को एसएसपी के आदेश पर शहर के कई इलाकों में पुलिस फोर्स ने फ्लैग मार्च निकाला। पुलिस प्रशासन के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह व एडीएम सिटी ब्रजेश कुमार सिंह सरीखे अफसर फोर्स के साथ सड़कों पर घूमे। बाद में दोनों अधिकारी बेगमपुल पुलिस चौकी पर पहुंच गए। वहां से पूरे शहर की शांति व्यवस्था को लेकर थानावार अपडेट लेते रहे। फ्लैग मार्च बेगमपुल चौराहे से शुरू होकर संवेदनशील व अति संवेदनशील इलाकों में होते हुए दिल्ली रोड हंस चौराहे पर पहुंचकर संपन्न हुआ। फोर्स के फ्लैग मार्च को लेकर मुस्लिम इलाकों में खासी बेचैनी देखी गयी। हालांकि कोई प्रतिक्रिया किसी भी प्रकार की नहीं थी, लेकिन बॉडी लैग्वेज बता रही थी कि सब कुछ ठीक नहीं है।
गम व गुस्से का इजहार नहीं

एलआईयू की रिपोर्ट में कहा गया है कि वक्फ बोर्ड संशोधन कानून को लेकर शहर के मुसलमानों में जबदरदस्त गम और गुस्सा है। दरअसल इसकी वजह उन्हें पूरी बात की जानकारी ना होना है। बिल को लेकर जो कुछ अनर्गल बातें सोशल मीडिया की मार्फत पब्लिक डोमेन में हैं, उन पर यकीन कर नाराजगी पाल ली गयी है। यह भी कि आम मुसलमान यह नहीं समझ पा रहा है कि इस नाराजगी का इजहार कैसे किया जाए। मेरठ के संदर्भ में मुसलमानों को कोई अपना नेता नजर नहीं आ रहा है। हालांकि एलआईयू की रिपोर्ट में किसी प्रकार की संभावित प्रक्रिया की आशंका के भी एक सिरे से खारिज किय गया है। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि एहतियात के तौर पर पूरे शहर में फ्लैग मार्च निकालवाया गया है। पुलिस फोर्स को अलर्ट पर रखा गया है। शहर के संवेदनशील इलाकों में निगरानी करायी जा रही है।