मस्जिद को लेकर गम और गुस्सा,
मेरठ/ दिल्ली रोड स्थित 160 साल से ज्यादा पुरानी मस्जिद को ध्वस्त किए जाने को लेकर शहर के मुस्लिमों में गम और गुस्सा है लेकिन तय किया है कि वो कुछ भी बोलेंगे नहीं। वहीं दूसरी ओर शनिवार की अल सुबह जैसे ही मस्जिद को लेकर खबर मिली तमाम मुस्लिम वहां पहुंचने शुरू हो गए। शहर का शायद ही कोई ऐसा इलाका होगा जहां से लोग दिल्ली रोड ना पहुंचे हों। वहां पहुंचने के बाद ये तमाम लोग अफसोस जाहिर करते नजर आए। कुछ ने प्रशासन व पुलिस द्वारा शुक्रवार देर रात की गयी कार्रवाई पर ऐतराज जताया। इलाके के छावनी बनाकर जिस प्रकार से कार्रवाई की गयी है उसकी उम्मीद नहीं की गई थी। फिर खुद ही मजिस्द का हटाने का काम शुरू कर दिया गया था। फिर ऐसा क्या हुआ जो रातों रात जेसीबी लगाकर जमीदोज कर दिया गया। हालांकि यहां जो पहुंचा उनमें से किसी ने भी मस्जिद हटाने की क्रिया पर प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की, लेकिन गम और गुस्से का ही इजहार लोग कर रहे थे वो भी बेहद सलीके में रहते हुए दबी जुवान में। जो लोग वहां पहुंच रहे थे, वो चंद मिनट रूकते और फिर बाइक में किक मारकर निकल जाते। शनिवार की शाम को करीब पांच बजे तक यहां लोगों की आवाजाही लगी रही। सुबह के वक्त काफी संख्या में लोग पहुंचे थे।
चौकसी बरत रहे थे अफसर
शुक्रवार देर रात की गयी कार्रवाई के बाद पुलिस प्रशासन के अफसर बेहद चौकन्ने थे। हालांकि सूत्रों ने बताया कि जो भी कुछ किया गया उसके लिए पहले सहमति बन गयी थी। एनसीआरटीसी और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने अपनी बता बेहद सलीके के साथ समझा दी थी। साथ ही यह भी बताया गया कि मस्जिद को हटाने के पीछे कोई अनर्गल मंशा कतई नहीं। संभव है कि दिल्ली रोड पर अभी कुछ अन्य धर्म स्थल हटाए जाएं। बड़ा प्रोजेक्ट है यह सभी के लिए हैं। इसके अलावा पुलिस फोर्स को भी स्टैंडबाई पर रखा गया था। दिन शांति पूर्वक गुजरने के साथ ही अफसरों ने राहत की सांस ली/