गुनाह का जिक्र नहीं-इंसाफ का दावा,
-अदालत में दिए शपथ पत्र में आरोपी अफसर ने फंसा दिया अपने सीनियर अफसरों को
-बगैर जुर्म बताए सजा देकर गर्दन फंसती देख अफसरों ने पीड़ित को रातों रात कर दिया बहाल
-ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमर के चेयरमैन को जांच व आरोपियों पर कार्रवाई के निर्देश
मेरठ। गुनाह बताए बगैर सजा देने वाले अफसरों को जब कोर्ट में गर्दन फंसती दिखाई दी तो कोर्ट के इंसाफ आने से पहले ही वो खुद इंसाफ करने का दम भरने लगे और जिस कर्मचारी को गुनाहगार सस्पेंट करने के बाद बताकर अपमानित करने वाली अमानवीय सजा भी दे चुके थे, उसे कथित रूप से लेट नाइट बहाल कर कर न्याय का दम भरने लगे। इस मामले में फिलहाल तमाम अफसरों पर अभी भी एससएसटी आयोग और क्रिमिनल कोर्ट की कार्रवाई की तलवार लटक रही है। यह पूरा मामला पीवीवीएनएल के एक टीजी-टू प्रवीण कुमार से जुड़ा है। जिसके साथ किया गया अमानवीय व्यवहार अब बड़े अफसरों के गले की फांस बनता नजर जा रहा है। यह कर्मचारी विक्टोरिया पार्क स्थित ऊर्जा भवन में एमडी पावर से मिलने पहुंचा था। इससे पहले भी वह कई बार अपने साथ हुए कथित अन्याय की शिकातय कर चुका है। वहीं दूसरी ओर ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर ने चेयरमैन को इस मामले को लेकर पत्र लिखकर जांच कराकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
यह है पूरा मामला:
एमडी पीवीवीएनएल से मिलने विक्टोरिया पार्क स्थित ऊर्जा भवन पर नोएडा में तैनात प्रवीण कुमार ने जो कुछ बताया वह यदि सच है तो वाकई शर्मसार करने वाला है। उन्होंने जानकारी दी कि विगत 29 मई 2023 को वह सैक्टर चालिस में उपभोक्ता प्रशांत कुमार का मीटर बदलने पहुंचा था। पुराना मीटर उतरकर नया मीटर वहां लगा दिया। जो मीटर उताकर लाए थे वह टेस्टिंग के लिए एई-मीटर मेहर कुमार की सुपुर्दगी में दे दिया गया।
रात को कॉल कर बुलाया:
बकौल प्रवीण कुमार काम निपटाने के बाद वह शाम को डयूटी पूरी कर घर चला गया। रात को करीब साढे नौ बजे उसके पास सहायक अभियंता मीटर मेहर कुमार वर्मा की काल आया जिसकी डिटेल उसके पास आज भी माेबाइल में सुरक्षित है। उससे कहा गया कि चीफ राजीव मोहन ने अभी तलब किया है। प्रवीण ने बताया कि चीफ के नाम पर बुलाया गया था सो लेट नाइट है यह सोचने का तो सवाल ही नहीं था। वह सीधे अपने साथ प्राइवेट कर्मचारी टिंकू जो मीटर उतारने गया था उसको लेकर चीफ के दफ्तर में जा पहुंचा। जब वह पहुंचा तो वहां चीफ राजीव मोहन, अधिशासी अभियंता (एक्शियन) अजय वर्मन व शिविर सहायक विपिन वैश्य मौजूद थे।
गाली गलौच अमानवीय व्यहार
प्रवीण का आरोप है कि वहां पहुंचते ही उसके साथ गाली गलौच शुरू कर दी गयी। उस पर उपभोक्ता जिनका मीटर बदला गया था उसने पैसे मांगने का आरोप लगाया गया। उसने जब इंकार किया तो चीफ ने उक्त उपभोक्ता प्रशांत कुमार मिश्रा का मोबाइल नंबर मिला दिया। मोबाइल का स्पीकर ऑन कर बात की गयी तो उपभोक्ता ने भी किसी प्रकार के पैसे की डिमांड की बात से जब इंकार किया तो स्पीकार ऑफ कर दिया गया। प्रवीण का आरोप है कि इसके बाद चीफ ने उससे अभ्रदता की। शिविर सहायक विपिन से उसके व टिंकू के मुंह पर कालिख पुतवा दी। अमानवीय व्यहार किया गया। देर रात वह जब चीफ के दफ्तर से निकला तो एई मीटर मेहर कुमार वर्मा ने प्रवीण के साथ किए गए व्यवहार की जानकारी देने के लिए एक्शियन शिव कुमार को काल किया, एक्शियन ने बताया कि रात में ही प्रवीण को सस्पेंड कर दिया गया है, सस्पेंशन आदेश ले जाए। अगले दिन उससे तमाम सामान का चार्ज ले लिया गया।
एमडी से लगायी गुहार
पीड़ित टीजी-टू ने बताया कि 1 जून को वह एमडी मेडम से इंसाफ मांगने को मेरठ विक्टोरिया पार्क स्थित ऊर्जा भवन पहुंचा। तब से आज तक वह पांच बार एमडी कार्यालय में अपने साथ हुए अन्याय व अमानवीय व्यवहार के लिए इंसाफ मांग रहा है, लेकिन अभी भी उसको इंसाफ का इंतजार है। लेकिन पीवीवीएनएल के उच्च पदस्थ के रवैये के चलते उसको मजबूरन कोर्ट की शरण लेनी पड़ी।
गर्दन फंसते देख बहाली
प्रवीण ने बताया कि इस पूरे वाक्यात को लेकर उन्होंने तीन जुलाई को हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। 19 जुलाई को हाईकोर्ट से चीफ को नोटिस जारी कर 24 जुलाई 2023 तक जवाब दाखिल करने को कहा गया। प्रवीण ने बताया कि कोर्ट के नोटिस पर चीफ ने अदालत में शपथ पत्र देकर बताया कि उन्हें उच्च पदस्थ अफसरों ने फोन कर टीजी-टू प्रवीन के साथ सख्त व्यवहार करने को कहा। इतना ही नहीं जिनके फोन आने की बात कही गयी शपथ पत्र में उनके फोन नंबर भी चीफ ने दिए हैं। प्रवीण कुमार ने बताया कि इसके बाद जब गर्दन फंसती देखी तो रातों रात 10 अगस्त को उन्हें बहाल कर दिया गया। दादरी लैब का चार्ज दे दिया गया।
क्रिमिनल एक्ट में इंसाफ का इंतजार
प्रवीण ने बताया कि जो कुछ 29 को उसके साथ चीफ के कार्यालय में हुआ उस घटना को लेकर उन्होंने थाना फेस-वन में तहरीर दे दी, लेकिन मामला उच्च पदस्थ अफसराें से जुड़ा होने की वजह से पुलिस ने आज तक एफआईआर तक दर्ज नहीं की। केवल बयान लिए गए हैं। इसको लेकर भी उन्होंने आरोपियों पर मुकदमे के लिए 156/3 के तहत याचिका दायर की है। इसमें अगली सुनवाई 29 नंवर को होनी है। पीड़ित ने यह भी जानकारी दी है कि इस मामले की उसने एससीएसटी आयोग नई दिल्ली में शिकायत की है। एससीएसटी आयोग ने भी इस मामले में जवाब तलब किया है।
एक्शियन ने जतायी अनभिज्ञता
इस मामले को लेकर मौके पर मौजूद रहे एक्शियन अजय वर्मन का कहना है कि उनके सामने कोई घटना नहीं हुई थी। उसके बाद कुछ हुआ तो पता नहीं। वहीं दूसरी ओर चीफ से राजीव मोहन से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया तो काल रिसीव नहीं की गयी जबकि ईई यानि शिविर सहायक जिस पर कालिख पोतने का आरोप है जब उनसे बात की तो उन्होंने पूरी बात सुनने के बाद कहा कि दूसरी ओर से आवाज साफ नहीं आ रही है। जब दोबारा काल किया तो रिसवी नहीं किया।
कर्मचारी संघ का एमडी को ज्ञापन
राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के महासचिव अभिमन्यू कुमार ने इस घटना को महकमे के लिए शर्मनाक बताते हुए एमडी पीवीवीएनएल को लिखे पत्र में आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर लगातार पैरवी की जा रही है।