
मेरठ। जिस जघन्य और विभत्स सौरभ राजपूत हत्या कांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया उसको अंजाम केवल नीले ड्रम वाली हसीना यानि सौरभ की पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने ही अंजाम दिया। इसमें कोई तीसरा नहीं है। एक हजार पेजों की चार्जशीट पुलिस ने सोमवार को अदालत में दाखिल की।
कातिल है मेरी बेटी इसे मार डालो
पुलिस की चार्जशीट में यूं तो गवाहों की लंबी फेरिस्त है लेकिन सबसे बड़ी गवाह पुलिस ने मुस्कार की सौतेली मां कविता को बनाया है वो कहती हैं कि कातिल है मुस्कान पति को मार डाला। कानून इसको भी मौत की सजा दे। मुस्कान का सगा पित प्रमोद भी उसको मौत की सजा चाहता है। पुलिस के विवेचक इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी ने सोमवार को सीजेएम न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की।
अय्याशी से रोकता था इसलिए मार डाला
मुस्कान ने पति सौरभ राजपूत को इसलिए मार डाला क्योंकि वो उसको प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ अय्याशी से रोकता था। सौरभ यूं तो साहिल का दोस्त था। साहिल का उसके घर में काफी आना जाना था। मुस्कान खुद नहीं जानती को कब साहिल के करीब आ गयी। उसको इतना याद है कि जब दोनों अकेले घर में थे और उसका जिस्म साहिल की बांहों में था तो उसी वक्त सौरभ आ गया था। दोनों को उसने उस हालत में देख लिया था। यह इकलौती वजह नहीं थी, इस तरह की कई घटनाएं हत्या की वजह बनती चली गयीं। मुस्कान और उसका प्रेमी सौरभ को उनकी जिंदगी का रोडा समझते थे इसलिए हमेशा के लिए हटा दिया।
पति के सीने में पहला खंजर मुस्कान का
तेज नशा देने के बाद मुस्कान ने प्रेमी साहिल शुक्ला को बुलाया उसके बाद बेहोश पड़े सौरभ के सीने में पहला खंजर खुद मुस्कान ने उतारा। साहिल शुक्ला ने छूरी से सौरभ की गर्दन और दोनों हाथ काटे थे। सौरभ को रास्ते से हटाने के बाद दोनों शादी करना चाहते थे। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद दोनों शिमला, मनाली, कसौल घूमने गए, वहां पर दोनों पति-पत्नी के रूप में होटलों में ठहरे थे।
इनकी गवाही दिलाएगी सजा
पुलिस ने एक हजार पेज के आरोपपत्र में सौरभ के भाई बबलू, मां रेणू, बहन चिंकी, मुस्कान की मां कविता रस्तोगी, पिता प्रमोद रस्तोगी, मुस्कान-साहिल को हिमाचल प्रदेश घुमाने ले गए टैक्सी ड्राइवर अजब सिंह, दवा लिखने वाले डॉक्टर, दवाई देने वाले दुकानदार अमित कौशिक, घंटाघर पर ड्रम विक्रेता सिराजुद्दीन, सौरभ के मकान मालिक ओमपाल, चाकू विक्रेता, ड्रम विक्रेता, शारदा रोड पर सीमेंट व बालू विक्रेता, सौरभ के दोस्त को गवाह बनाया है। इनके अलावा शिमला, मनाली, कसौल में मुस्कान और साहिल जिन होटलों में ठहरे थे वहां के होटल संचालकों को भी गवाह बनाया गया है। पोस्टमार्टम करने वाले दो डॉक्टर, ड्रम तोड़ कर शव के टुकड़ों को बाहर निकालने वाले स्वास्थ्यकर्मी के भी बयान दर्ज किए गए हैं।
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