टूटेंगे घर छिनेगा आशियाना-कहां बनाएं ठिकाना, मेरठ/ रैपिड रेल प्रोजेक्ट के चलते अभी कई अन्य के घर टूटेंगे। उनके सिर छिपाने का आशियाना भी टूटेंगा। याद रहे कि रैपिड प्रोजेक्ट के चलते दिल्ली रोड सहित जहां से भी यह प्रोजेक्ट होकर गुजर रहा है वहां कई लोगों के मकान दुकान उनसे छिन गए। जो मुआवजा इसकी एवज में दिया गया है उससे प्रभावित लोग कतई भी खुश नहीं है। वहीं दूसरी ओर जिन के मकान व दुकान रैपिड प्रोजेक्ट की बलि चढ़ने की आशंका है उनका कहना है कि अभी जो कुछ भी है केवल मीडिया में सुना या देखा जा रहा है। उनका कहन है कि इस मामले को लेकर शासन प्रशासन या फिर जो भी अफसर रैपिड पर काम कर रहे हैं उन्हें स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और जो कुछ भी करना चाहते हैं उसको कर के निपटे। उनका कहना है कि जो कुछ होन है एक बार होकर निपट जाए। वहीं दूसरी ओर प्रोजेक्ट के चलते प्रभावित होने वाले दुकानदारों की शासन प्रशासन में लड़ाई लड़ने वाले व्यापारी नेता लोकेश अग्रवाल का कहना है कि यदि प्रोजेक्ट के लिए जगह की जरूरत है तो जितने मकान दुकान तोडेÞ जाने हैं उनका समुचित मुआवाज दिया जाना चाहिए। अन्यथा यदि जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर कयास लगाए जा रहे हैं कि
दिल्ली रोड पर जगदीश मंडप से लेकर ट्रांसपोर्ट नगर तक भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। इस अधिग्रहण की चपेट में भवन और दुकानों के कुछ भाग भी आएंगे। यह भी माना जा रहा है कि सड़क के दोनों ओर फिलहाल नाला बना है, लेकिन सड़क चौड़ीकरण में इस नाले को भी शिफ्ट किया जाएगा। नाले के पीछे बने कुछ भवन और दुकानों का कुछ भाग भी हटेगा। वहां नाला बनेगा और उसके आगे सड़क।संपत्तियों के मूल्यांकन का काम जारी
जगदीश मंडप से लेकर दिल्ली की ओर लगभग एक किमी दूरी में दोनों ओर यह अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा फिलहाल संपत्तियों के मूल्यांकन का कार्य कराया जा रहा है। माना जा रहा है कि जल्द मुआवजा भुगतान करके इस भूमि पर सड़क निर्माण का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। इस मार्ग पर सर्किल रेट 1.06 लाख रुपये वर्ग मीटर है। जिसे अब बढ़ाकर 1.46 लाख किया जा रहा है, लेकिन आरोप है कि व्यापारियों को भुगतान पुराने सर्किल रेट 76 हजार रुपये की दर से किया जा रहा है।