IIMT में छह दिनी वर्कशॉप, मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लाइफ साइंस एंड टेक्नोलाॅजी के वनस्पति विभाग के द्वारा छह दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आरंभ किया गया जिसकी थीम “रेस्किलिंग आफ फैकल्टी एस पर एनईपी 2020” थी। कार्यक्रम के आरंभ में संकाय के डीन एवं कन्वीनर डाॅ नवनीत शर्मा ने फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में आए सभी प्रतिभागियों एवं रिसोर्स पर्सन का स्वागत किया। डाॅ शर्मा ने बताया की यह फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम लगातार चलेगा जिसमें प्रतिदिन 4 सत्र चलेंगे। इस प्रोग्राम में 14 भिन्न-भिन्न राज्यों के प्रतिभागियों ने भाग लिया है। आईआईएमटी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर दीपा शर्मा ने कार्यक्रम के आयोजकों को बधाई देते हुए इस प्रकार के कार्यक्रम कार्यक्रमों को करते रहने को प्रेरित किया। डाॅ दीपा शर्मा ने इनाॅग्रल सेशन में उपस्थित की नोट स्पीकर्स प्रोफेसर एच एस सिंह कुलपति मां शाकुंभरी यूनिवर्सिटी तथा प्रोफेसर आलोक धवन डायरेक्टर सेंटर आॅफ बायोमेडिकल रिसर्च लखनऊ का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। डाॅ दीपा शर्मा ने 2020 में लागू नई शिक्षा नीति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए को कन्वीनर डाॅ सुरभि सिंघल तथा डाॅक्टर वत्सला तोमर को बधाई दी।
इनाॅग्रेशन में विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर डाॅक्टर एसडी शर्मा ने डाॅक्टर आलोक धवन की उपलब्धियों के विषय में बताया। उन्होंने कहा, यह गर्व का विषय है की संस्थान अपने यहां कार्यरत शिक्षकों को समझे तथा उनकी आवश्यकता के अनुसार उनकी स्किल्स को सुधारने के लिए इस तरह के फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित करे। डाॅक्टर आलोक धवन ने विश्वविद्यालय को असीम ऊंचाइयों को छूने के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
प्रोफेसर सुशीम दुबे हेड फिलाॅसफी डिपार्टमेंट नवा नालंदा महावीरा डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी मिनिस्ट्री आॅफ कल्चर गवर्मेंट आॅफ इंडिय ने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत समाहित उच्च विषय “ हाॅलिस्टिक डेवलपमेंट आॅफ लर्नर” अपने विचार प्रस्तुत करते हुए हीलिंग, हेल्प, हैप्पीनेस के विषय में समझाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही संस्कारों की जननी है और इसके समस्त मूल्य अर्थात इसके आधारों का निर्माण करना आवश्यक है।