पुलिस ने मांगा अवैध बंगलादेशियों पर कार्रवाई का रिकार्ड, कैंट क्षेत्र में खाना-बदोशों को खदेड़ने को सेना कर सकती है कार्रवाई बताया गया है कि इनपुट पर मेरठ में इंटेलीजेंस अलर्ट है
मेरठ/ महानगर में अवैध बंगलादेशियों पर इंटीजेंस अलर्ट हो गयी है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि अवैध बंगलादेशियों के दिल्ली से सटे मेरठ समेत कुछ मुस्लिम बहुल्य इलाकों में सक्रिय या फिर पहुंचने की एडवाइजरी के बाद इंटेलीजेंस ब्यूरो अलर्ट मोड पर है। यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है जब अवैध बंगलादेशियों को लेकर किसी इनपुट की बात सुनने को मिल रही है। इससे पूर्व भी इस संबंध में वक्त-वक्त पर सुरक्षा ऐजेंसियों व पुलिस प्रशासन के उच्च पदस्थ अफसरों तक केंद्र की ऐजेंसियों से इनपुट पहुंचते रहे हैं। लेकिन वर्तमान माहौल बंगलादेशियों के इनपुट को गंभीर माना जा रहा है। पिछले कुछ समय से सूबे के अनेक घटनाक्रमों खासतौर से संभल सरीखी घटनाओं के बाद यंू तो तमाम अफसर पहले से ही चौकसी की बात कहते रहे हैं, लेकिन पिछले दिनों सड़क पर ईद की नमाज को सख्ती और उसके बावजूद ईद की नमाज के बाद पुलिस प्रशासन के आला अफसरों की मौजूदगी में जिस प्रकार से कुछ तत्वों ने केवल मुसलमान ही सड़क पर नमाज नहीं.. सरीखा पोस्टर लहराया था उसके निहितार्थ भी ऐजेंसियों तलाश रही हैं। अफसरों का भी मानना है कि यह महज केवल संयोग भर नहीं है। आॅफ दा रिकार्ड कुछ बडेÞ अफसर इसको प्रयोग भी। अवैध बंगलादेशी पूर्व में भी मेरठ में पाए गए हैं। यह भी जानकारी मिली है कि अवैध बंगलादेशियों को लेकर लगातार मिल रहे इनपुट के बाद इंटेलीजैंस ने पुलिस ने भी उनका ब्योरा मांगा है। एक दिन पहले आर्मी इंटेलीजैंस के पुलिस आॅफिस में पहुंचकर अवैध बंगलादेशियों को लेकर रिकार्ड मांगे जाने की जानकारी सूत्रों ने दी है। हालांकि अधिकृत पुष्टि इसकी नहीं की जा रही है। लेकिन पुलिस के एडीजी डीके ठाकुर व एसएसपी डा. विपिन ताडा सरीखे आला पुलिस अधिकारी चौंकसी बात कह रहे हैं।
खदेड़ा जा सका है कैंट से

कैंट के कई इलाकों में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से ठिकाना बनाकर रह रहे खाना बदोशों को जिन्हें आमतौर पर बंगलादेशी माना जाता है उनको खदेड़ने के लिए सेना अभियान चला सकती है। पूर्व में भी सेना की ओर से इस प्रकार के अभियान चलाए गए हैं। कैंट माल रोड से सटे बुचरी रोड पर कुछ समय पहले सेना ने इलाके को घेरकर खानाबदोश बंगालदेशियों से सरकारी जगह खाली करा ली थी। उनको खदेड दिया गया था। हालांकि यह बात अलग है कि वहां दोबारा से वो आबाद हो गए हैं। कैंट के कुछ इलाके ऐसे हैं जहां जिन्हें आमतौर पर बंगलादेशी माना जाता है, ऐसे खाना बदोश आबाद हैं। कुछ ने तो अपने आधार व वोटिंग कार्ड तक बनावा लिए हैं।
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