जांच को एसआईटी पहुंची मेरठ, मेरठ। सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी द्वारा पूर्व में की गयी एक शिकायत का संज्ञान लेकर शासन के निर्देश पर मेरठ में डेरा डाले एसआईटी की टीम ने गुरूवार को डीएसओ कार्यालय पहुंचकर तमाम फाइलें खंगाली। डीएसओ विनय कुमार ने एआईटी की जिला आपूर्ति कार्यालय में आकर फाइलों को खंगालने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि यह मामला पूर्व का है। इस मामले की जांच के लिए शासन के निर्देश पर कुछ अधिकारियों की टीम आयी है। वहीं दूसरी ओर एसआईटी टीम के सीनियर इंस्पेक्टर वीपी सिंह ने पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में इस संवाददाता को बताया कि यह मामला साल २०१६ जनवरी से माह मार्च के बीच का है, जिसकी जांच के लिए उनकी टीम मेरठ आयी हुई है। उन्होंने बताया कि पूर्व में इस संबंध में वर्तमान सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने शासन को एक शिकायत भेजी थी। उस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद साल २०२१ में उक्त मामले में एसआईटी ने एक एफआईआर भी दर्ज की थी। इंस्पेक्टर वीपी सिंह ने स्पष्ट किया कि उनके द्वारा की जा रही जांच का पूर्व में जिस मामले की जांच फूड सेल कर चुका है उससे कोई संबंध नहीं है। यह पूरी जांच पूर्व में सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी द्वारा जो शिकायत की गयी थी उससे संबंधित है।
उन्होंने यह भी बताया कि एसआइटी का प्रयास है कि शीघ्र ही सांसद से मुलाकात हो जाए। उनसे इस संबंध में जो भी जानकारी मिलेगी उसके आधार पर ही आगे की जांच बढायी जाएगी। सांसद डा. वाजपेयी इस संबंध में जांच में सहयोग के लिए कुछ साक्ष्य भी मामले के आरोपियों के खिलाफ दे सकते हैं। एसआईटी के हेड ने बताया उनका प्रयास है कि आज किसी प्रगकार से सांसद से उनकी मुलाकात हो जाए। दरअसल संसद का सत्र चलने की वजह से डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी के व्यस्त होने के जानकारी मिली है। यहां यह भी उल्लेनीय है कि यह पूरा मामला अपात्रों के एक खाद्यान योजना में राशन कार्ड बनाए जाने से संबंधित है। शासन की योजना उन गरीबों के लिए थी जिनके पास अपने मकान नहीं थे, जिनके पास आय को कोई नियमित साधन नहीं था। वहीं दूसरी ओर एसआईटी के हेड वीपी सिंह ने बताया कि सांसद डा. वाजपेयी द्वारा पूर्व में की गयी शिकायत की जांच के लिए मेरठआए हैं। डा. वाजपेयी से भी सहयोग लिया जाएगा। डीएसओ विनय कुमार ने बताया कि पूर्व के एक मामले की जांच को एसआईटी कार्यालय में आयी है। कुछ फाइलों की जांच की गयी है।