खुले मसालों को अब ना, खुले मसालों को लेकर अब सख्ती बरती जाएगी। बुधवार को यह संकेत मिला। अपर जिलाधिकारी दिवाकर सिंह की अध्यक्षता में खाद सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की जनपद स्तरीय खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक में में खाद्य लाइसेंस/ पंजीकरण से समस्त खाद्य कारोबार कर्ताओं को शत-प्रतिशत आच्छादित किए जाने, भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा संचालित ईट राईट योजना के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों (ईट राइट केंपस, हाइजीन रेटिंग ,भोग, क्लीनि स्ट्रीट फूड हब, क्लीन एंड फ्रेश फ्रूट एंड वेजिटेबल मार्केट इत्यादि) रीयूज कुकिंग ऑयल फूड, फोर्टिफिकेशन, सेव फूड शेयर जॉय के संबंध में विचार किया गया। दिवाकर सिंह ने ईट राइट मिलेट्स मेला वर्ष 2023 के 31 मार्च में होने जा रहे आयोजन में आमंत्रित किया। सीसीएयू में लगेगा। मुख्य अतिथि राजेंद्र अग्रवाल सांसद व विशिष्ट अतिथि राज्य मंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर व दिनेश खटीक रहेंगे। मेरठ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के महामंत्री विपुल सिंघल ने कहा कि बाजार से खरीदे गए मसालों से बने पदार्थों के सैंपल ना लिए जाएं। जिन स्थानों पर मसाले बनाकर तैयार किए जाते हैं उन जगहों पर उनकी जांच की जाए। बाजार में आने के बाद फूड लाइसेंस प्राप्त दुकानदारों से मसालों की खरीदारी पर किसी भी दशा में उन मसलो से बने समोसे पकोड़े व किसी भी प्रकार के भोजन को जांच के लिए ना भेजा जाए। शिवकुमार मिश्र चीफ फूड ऑफिसर द्वारा बताया गया कि किसी भी दशा में पिसे हुए मसाले जैसे हल्दी, धनिया, गर्म मसाला, इलाइची इत्यादि तथा खाद्य तेल खुला नहीं बेचा जा सकता है। विपुल सिंघल ने कहा की मेरठ में अधिकांश ऐसे बाजार है जहां पर पिसे मसाले खुले में बोरियों में बेचे जाते हैं और यह कार्य दशकों से चला आ रहा है। आवश्यकता है उन व्यापारियों को जानकारी मुहैया कराने की ताकि वह खुले पिसे मसाले अथवा खाद्य तेल ना बेचे तथा उन व्यापारियों पर कार्यवाही ना की जाए। बैठक मेंविपुल सिंघल, नवीन अग्रवाल , रजनीश कौशल, मुकेश अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।