मेरठ। कितने अजीब रिश्ते हैं यहां पर.. दो दिल मिलते हैं..साथ-साथ चलते हैं.. जब मोड़ आए तो बच कर निकलते हैं.. कुछ ऐसा ही किस्सा यूपी के मेरठ में ब्रह्मपुरी थाना इलाके में रहने वाले तीन किरदारों मुस्कान-सौरभ रस्तौगी-साहिल शुक्ला का है। मुस्कान और साहिल शुक्ला बचपन में साथ-साथ पढ़ते थे। आठ क्लास तक पढ़ने के बाद जुदा हो गए। जवानी की दहलीज तक पहुंचने वाली मुस्कान की नजरें अचानक सौरभ रस्तौगी से चार होती हैं। कुछ दिन दोस्ती और फिर प्यार, लेकिन यह रिश्ता दोनों के परिजनों को मंजूर नहीं था। लेकिन दोनों को जुदा होना भी मंजूर नहीं था। दोनों ने लव मैरिज की हालांकि बाद में दोनों के परिजनों ने यह रिश्ता कबूल कर लिया। सौरभ की मचेंट नेवी में नौकरी लग गयी। बाद में वह लंदन के एक माल सेल्समैनेजर का काम देखने लगा। सौरभ लंदन में था और मुस्कान मेरठ में, इस बीच मुस्कान की जिंदगी में उसका बचपन का साथी सौरभ शुक्ला आ गया। मुस्कान को खुद नहीं पता कि वह कब सौरभ शुक्ला के इतनी करीब हो गयी कि उसके बगैर एक पल भी उसको जिंदगी मौत लगती थी। इस बीच लंदन से सौरभ इंडिया आ गया। उसको उम्मीद नहीं थी कि जिससे लव मैरिज की वो मुस्कान प्यार में दगा देगी। मुस्कान और साहिल शुक्ला की प्रेम कहानी सौरभ से ज्यादा दिन छिपी नहीं रही एक दिन जब दोनों बेहद अतंरंग पलों में थे उसी दौरान सौरभ ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। दोनों के बीच नौबत तलाक तक पहुंच गयी,लेकिन सौरभ ने फिर भी रिश्ते का संभालने का प्रयास किया और तलाक की बात जहां से शुरू हुई वहीं खत्म हो गई। इस बीच सौरभ दोबार लंदन लौट गया। उसके जाते ही मुस्कान को फिर से साहिल शुक्ला की याद सताने लगी। दोनों फिर करीब आ गए।
हमेशा के लिए रास्ते से हटाने की प्लानिंग
लंदन से सौरभ को बीते नवंबर 2024 को घर आना था। यह बात मुस्कान व साहिल शुक्ला को पता थी। दोनों ने तय किया कि अब सौरभ को रास्ते से हटाने के अलावा कोई चारा नहीं और 3 मार्च को उन्हाेंने किया भी ऐसा ही। हालांकि इससे पहले मुस्कान साल 2024 में भी पति सौरभ को मौत देने का प्लान चुकी थी, लेकिन कामयाब नहीं हुई। इस बार फुलप्रुफ प्लान था सो कामयाब हो गया। मुस्कान ने खाना बनाया और खाने में नशा मिला दिया। खाने खाते ही सौरभ बेहोश हाे गया। उसके बेहोश होते ही मुस्कान ने साहिल शुक्ला को खबर दी और वो पहुंच भी गया।
पत्नी ने सीने में मारा छुरा आशिक ने काटा गला
सौरभ रूम में बेहोश पड़ा था। उसको बेहोश देखकर साहिल ने मुस्कान से कहा कि इसका वध तुम्हें ही करना है, उसने उस वक्त मुस्कान को दुर्गा का अवतार व सौरभ को राक्षस बताया। मुस्कान के सिर पर मानों खून सवार था। उसने चिकन काटने का छुर्रा उठाया और पति के सीने में उतार दिया। उसके बाद आशिक साहिल शुक्ला ने सौरभ की गर्दन व हाथ काटे। दोनों रात को वहीं पर सोए और सिरहाने गर्दन रखकर सैक्स किया। रात में उन्होंने मिलकर सौरभ के जिस्म के 15 पीस किए और एक प्लास्टिक के ड्रम में भर दिए। उसमें सीमेंट घोल भर दिया। अगले दिन सुबह-सुबह दोनों हिमाचल के कसौली की वादियों में सौरभ की मौत जश्न मनाने पहुंच गए। वहां से दोनों 26 मोर्च को लौटे। प्लास्टिक के जिस ड्रम में सौरभ के जिस्म के टुकड़े भरे थे उस ड्रक को ठिकाने लगवाने को दोनों कुछ मजदूरों को लेकर आए। उन मजदूरों को ड्रम से मानव शरीर की बदबू आयी। मजदूरों ने यह बात पुलिस को बता दी। आज मुस्कान और साहिल शुक्ला जेल की सलाखों के पीछे हैं।