महंगाई विरोध पर शंकर जी अरेस्ट, गुवाहाटी: असम के नागांव जिले में महंगाई और बढ़ती कीमतों को लेकर एक नुक्कड़ नाटक में भगवान शिव का वेश रखने पर एक 38 वर्षीय व्यक्ति को शनिवार को कथित तौर पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में हिरासत में ले लिया गया. पुलिस ने बताया कि उसे रविवार को छोड़ दिया गया. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) व अन्य समूहों की शिकायतों के आधार पर नागांव स्थित नोनोई गांव के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता बिरिंची बोरा को हिरासत में लिया गया था. इसके बाद, नागांव सरदार पुलिस थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई और बोरा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए जान-बूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य) और अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया. वहीं दूसरी ओर बिरिंची बोरा की गिरफ्तारी को लेकर अनेक सामाजिक संगठनों असम सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसको लोकतंत्र को कुचले जाना करार दिया है। इन संगठनों का कहना है कि बिरिंची बोरा की गिरफ्तारी पर जश्न मनाने वाले भाजपाई व संघी क्या महंगाई बढ़ने का भी जश्न मनाएंगे। महंगाई ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। केवल आसाम ही नहीं पूरे देश की हालत महंगाई ने खराब कर दी है, जो लोग महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार का नारा देकर सत्ता पर काविज हैं वो महंगाई के सवाल पर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं। पूरा देश देख रहा है, सरकार महंगाई के सवाल पर घुटनों पर आ गयी है। महंगाई से आम आदमी बेहाल है। आम आदमी का दुखदर्द सरकार को नजर नहीं आ रहा हे। बजाए मंहगाई कम करने के सरकार का ध्यान केवल लाेकतांत्रिक तरीकों से चल रही गैर भाजपा सरकारों को गिराने व विधायकों की खरीद फराेख्त की ओर है।