हरित प्रदेश समिति के मनीष प्रताप अध्यक्ष,वेस्ट यूपी का विकास तभी संभव है जब हरित प्रदेश अलग राज्य बनाया जाए। इसके समर्थन में तमाम दलों के लोग व बडे नेता एक छत के नीचे
मेरठ। उत्तर प्रदेश का बंटवारा किए बगैर वेस्ट यूपी का विकास संभव नहीं है। भरपूर संसाधन होते हुए भी वेस्ट यूपी विकास के मामले में बेहद पिछड़ा हुआ है। वेस्ट यूपी का विकास तभी संभव है जब हरित प्रदेश अलग राज्य बनाया जाए। इसके समर्थन में तमाम दलों के लोग व बडे नेता एक छत के नीचे आ गए हैं। शुक्रवार को हरित प्रदेश निर्माण समिति की बैठक हुई जिसमें मनीष प्रताप सिंह को अध्यक्ष व चौधरी यशपाल सिंह को वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाया गया। अन्य पदाधिकारियों में बदर महमूद एडवोकेट संयोजक, एडवोकेट अनिल जंगाला, जगत सिंह एडवोकेट, एसपी नैन, डा. कर्मेन्द्र सिंह (सभी उपाध्यक्ष), प्रतीक जैन, राजा अग्रवाल, सुधीर पराशर, राकेश रस्तौगी (सभी महामंत्री), अंकित चौधरी संगठन सचिव, सुरेन्द्र शर्मा मीडिया प्रभारी, शक्ति राज सिंह एडवोकेट, सिराजुद्दीन अलवी एडवोकेट, उर्वशी चौधरी एडवोकेट, कुंवर नूर मोहम्मद, कोमल सिंह, सरबजीत धूमन व सागर मलिक (सभी सचिव) बनाए गए हैं।