मासाहब के अरमानों पर फेरा पानी

मासाहब के अरमानों पर फेरा पानी
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मासाहब के अरमानों पर फेरा पानी, परिषदीय स्कूलों में पदोन्नति के इंतजार में बैठे शिक्षकों को झटका लगा है। शासन ने पदोन्नति के नियमों में बदलाव अब कर दिया है। 30 सितंबर 2023 तक पांच वर्ष की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों के आधार पर नई लिस्ट तैयार होगी। मेरठ में बड़ी संख्या में ऐसे टीचर हैं  जिन्हें प्रमोशन का इंतजार है। बेसिक सचिव ने आदेश जारी कर नए सिरे से लिस्ट बनाने के निर्देश बीएसए को दिए हैं। विभाग द्वारा अब शिक्षकों की नए सिरे से लिस्ट बनाई जाएगी। पहले 31 मार्च 2023 तक पांच वर्ष की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों की लिस्ट विभाग तैयार हुई थी, मगर अब बदलाव होने के बाद काफी शिक्षक सूची से बाहर होंगे और नए शिक्षक इसमें जुड़ जाएंगे। विभाग के अनुसार जो शिक्षक पदोन्नति के दायरे में आ रहे होंगे उनकी सूची तैयार कर शासन को भेज दी जाएगी और वहीं से अंतिम सूची स्कूलवार जिले को प्राप्त होगी। इसमें करीब एक माह होने के कारण शिक्षकों को भी का समय लग सकता है। पदोन्नति न मायूसी हाथ लगी है।

बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक आठ माह से पदोन्नति (प्रमोशन) प्रक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। इस साल जनवरी में प्रक्रिया शुरू भी हुई तो अब तक पूरी नहीं हो सकी। इससे नाराज शिक्षकों ने सोमवार को लखनऊ में डेरा डाल दिया। हालांकि अधिकारियों ने एक माह में कार्यवाही पूरी करने का आश्वासन दिया।शिक्षकों ने कहा कि आठ साल से उनके यहां पदोन्नति नहीं हुई। वहीं 23 जनवरी को बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया तो शुरू की लेकिन आठ महीने में भी यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। इससे शिक्षकों में काफी नाराजगी है। ऐसे में विभिन्न जिलों से शिक्षक सोमवार को बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह से मिलने उनके आवास पहुंचे। हालांकि वह नहीं मिले। इसके बाद शिक्षक बेसिक शिक्षा निदेशालय पहुंचे। यहां उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराया। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने शिक्षकों से वार्ता की और कहा कि प्रक्रिया चल रही है। शिक्षकों की मेरिट बनाने में समय लग रहा है, एक महीने में प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद भी शिक्षक बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल से मिलने के लिए डटे रहे।

सुबह से शाम तक वे इंतजार कर करते रहे लेकिन सचिव नहीं आए। अंत में उन्होंने फोन पर शिक्षकों से बात की और कहा कि जल्द इस प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। शिक्षकों का नेतृत्व कर रहे निर्भय सिंह ने कहा कि यदि जल्द पदोन्नति की प्रक्रिया नहीं पूरी की जाती तो शिक्षक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

छह माह से लटकी हुई पदोन्नति प्रक्रिया

शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया को चलते हुए छह माह से अधिक का समय हो चुका है। पहले करीब 1700 शिक्षकों की लिस्ट तैयार का शासन में भेजी थी। प्राथमिक के सहायक की प्राथमिक में हैडमास्टर व जूनियर स्कूल में अध्यापक के पद पर पदोन्नति होनी है। पहली लिस्ट पर शासन से छह माह तक निर्णय नहीं लिया जा सका है। लिस्ट निरस्त होने के बाद शिक्षकों को मायूसी हाथ लगी है, जबकि और शिक्षक सूची में जुड़ जाएंगे। विभाग द्वारा इसी माह में लिस्ट तैयार कर शासन में भेज दिया जाएगा।

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