मेयर-विधायक व एमएलसी फिर भी ऐसा ….
मेरठ। सीएमओ ने इतना भी ख्याल नहीं किया बताया जाता है कि ये माननीय हैं। फिर इनकी पार्टी की सरकार भी है। जो कुछ किया या कहा उसको स्वीकार्य नहीं किया जा सकता। पीएम मोदी के जन्म दिन के अवसर चल रहे आयोजनों के सिलसिल में सीएमओ से मिलने पहुंचे भाजपा के कदावर नेताओं को बेआबरू होकर लौटना पड़ा। दरअसल पुलिस लाइन में स्वास्थ्य कैंप लगाया गया था। बताया गया है कि इसमें महापौर हरिकांत अहलूवालिया, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, महानगर भाजपाध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज पहुंचे थे, लेकिन सीएमओ नहीं पहुंचे थे। पुलिस लाइन क ेकार्यक्रम से निपटने के भाजपा के ये तमाम कदावर नेता सीधे सीएमओ के यहां जा पहुंंचे। कार्यालय में सीएमओ मौजूद भी थे। सूत्रों की मानें तो सीएमओ से कहा गया कि चाय पीने के लिए आए हैं। इसको लेकर सीएमओ ने यह कह दिया बताया जाता है कि वह यहां चाय पिलाने के लिए नहीं बैठे हैं। जो काम दिया गया है उसके लिए वह यहां बैठे हैं। बताया जाता है कि इसके बाद वहां माहौल तनाव भर हो गया। कोई भी ऐसी उम्मीद नहीं कर सकता कि जो माननियों में शुमार हो, उनके प्रति इस प्रकार का आपत्तिजनक व्यवहार किया जाए। सूत्रों की मानें तो सीएमओ ने यहां तक कह दिया कि उनका तवादला करा दो। माहौल बेहद तलख हो गया। और वहां से तमाम भाजपा नेता वापस लौट आए। इसको लेकर सीएमओ से जब संपर्क का प्रयास किया गया तो काल रिसीव नहीं की। महापौर के मोबाइल पर घंटी जाती रही, लेकिन भाजपा के महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज से जरूर बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि शिविर में इंतजामों में कुछ कमियां रह गयी थीं, उसकी बात करने को गए थे। जहां तक चाय की बात है तो उसका उत्तर तो सीएमओ दे सकते हैं। भाजपा नेता कमलदत्त शर्मा ने बताया कि उनके परिवार से कुछ अप्रिय समाचार आ गया था इसलिए वह वहां से निकल गए थे। उन्हें वहां के घटनाक्रम की जानकारी नहीं। हालांकि कहा जा रहा है कि इस पूरे मामले को लेकर भाजपाई बेहद गुस्से में है। और इसका साइफ इफैक्ट से भी इंकार नहीं किया जा रहा है।