एमडीए की जमीन पर स्टाफ करा रहा कब्जा, मेरठ विकास प्राधिकरण के कुछ कर्मचारी यानि स्टाफ ही मंडलायुक्त के प्रयासों में पलीता लगाने पर तुला है। स्टाफ अभी तक सील लगाकर सेटिंग गेटिंग कर उसको खुलवाने के लिए ही बदनाम था, लेकिन नया मामला कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र का सामाने आया है। आरोप है कि जहां एमडीए की जमीन पर खुद स्टाफ ने मौके पर मौजूद रहकर कब्जा करा दिया। इतना ही नहीं रविवार साप्ताहिक अवकाश का फायदा उठाकर कब्जे किए गए स्थान पर सफेदी भी पुतवा दी गयी है। याद रहे कि मेरठ विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष मंडलायुक्त अवैध कब्जों व अवैध निर्मणों को लेकर बेहद सख्त हैं। उन्होंने इसके लिए सख्त हिदायत भी है, लेकिन इसके बावजूद चंद सिक्कों के लिए कुछ कर्मचारी एमडीए प्रशासन की कोशिशों में पलीता लगाने पर तुले हैं। आसपास के लोगाें ने अपनी पहचान छिपाते हुए बताया कि किसी विजय मारवाडी नाम के शख्स से सरकारी जमीन पर केवल कब्जा ही नहीं किया बल्कि वहां दुकानें भी निर्माण कर दीं। शिकायत मिलने पर एमडीए के दस्ते ने वहां सील लगा दी। लेकिन हैरानी इस बात की इस सील को न केवल इस इलाके के स्टाफ ने खुलवा दिया बल्कि रविवार को पास की सरकारी बतायी जा रही जमीन पर कब्जा कर उस पर पुताई भी करा दी। बड़ा सवाल यही कि क्या एमडीए प्रशासन की कोशिशों को पलीता लगाने वाले ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में एमडीए के अधिकारियों से भी बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन रविवार अवकाश का दिन होने की वजह से संपर्क नहीं हो सका।
बाईपास पर अवैध निर्मणों की बहार: मोदीपुरम व कंकरखेड़ा बाईपास पर इन दिनों अवैध निर्मणों की बहार है। जोन के जिन अधिकारियों पर अवैध निर्माण पर चाबुक चलाने की जिम्मेदारी है, वो ही सेटिंग गेटिंग कराकर अवैध निर्माण से आंखें मूंद एमडीए प्रशासन के प्रयासों पर पानी फेरने पर तुले हैं। प्रदेश के नगर विकास मंत्री जहां अवैध निर्माणों को लेकर बेहद सख्त है, वहीं एमडीए के कुछ कर्मचारी अधिकारियों की फजीहत का कारण बन सकते हैं।