-करोड़ों रुपए कीमत की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर की जा रही थीं संचालित, -अब तक तीन दर्जन डेयरियां हटकार की जा चुकी है सरकारी जमीन की तारबंदी, कार्रवाई के दौरान जमकर हुआ हंगामा
मेरठ/ कैंट बोर्ड का अवैध डेयरियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। गुरूवार को सरकारी जमीन पर कब्जा कर संचालित की जा रहीं ऐसी ही दस डेयरियों को हटवा कर करोड़ों रुपए कीमत की भारत सरकार की जमीन को मुक्त कराया। हालांकि इस दौरान जमकर हंगामा हुआ, लेकिन इसके बाद भी कैंट बोर्ड का दस्ता वहीं हटा रहा और मुक्त करायी गयी सरकारी जमीन की तारबंदी के बाद ही स्टाफ कैंट बोर्ड लौटा। इससे पहले कैंट बोर्ड के दस्ते ने बकरी मौहल्ल आदि में अभियान चलाकर सरकारी जमीन को मुक्त कराया था। गुरूवार को बोर्ड के राजस्व अधीक्षक राजेश जोन व सेनेट्री सेक्शन हेड बीके त्यागी के संयुक्त नेतृत्व में कैंट बोर्ड के अभिषेक, भारत, पुजेश लोहरे, बिजेन्द्र व रवि आदि जब हंडिया मोहल्ला पहुंचे तो वहां अफरातफरी मच गयी। बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। उन्होंने बोर्ड के इस दस्ते को घेर लिया और हंगामा करने लगे। राजेश जोन व बीके त्यागी ने हंगामा करने वालों को दो टूुक बता दिया कि कैंट में डेयरी की अनुमति नहीं है। एनजीटी व कोर्ट के सख्त आदेश हैं। इसके अलावा डेयरी भारत सरकार की भूमि पर संचालित की जा रही है। बोर्ड के अफसरों के तेवर देखकर हंगामा करने वालों का सारा जोश ठंड़ा हो गया। उन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा कर जहां अवैध रूप निर्माण कर अपने पशुओं के लिए झोपडेÞ डाल दिए थे उन्हें जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया। साथ ही मुक्त करायी गयी जमीन पर लोहे के कटीले तारों से तारबंदी भी कर दी।
मेरठ: लोग कन्नी काटने लगे हैं शहर की सड़कों से
मेरठ: अफसर बने हैं भूमाफियाओं के मददकार