मेरठ/ लोगों व पर्यावरण के लिए बड़ी मुसीबत की वजह बनीं डेयरियां कैंट क्षेत्र में नहीं रहने दी जाएंगी। कैंट को डेयरी फ्री जोन में तब्दील कर दिया जाएगा। डेयरियों को खदेडने के लिए कैंट बोर्ड प्रशासन ने जिला प्रशासन से मजिस्ट्रेट व पुलिस फोर्स मांगी है ताकि मुस्तकिल इंतजाम किया जा सके। जिस इलाके से डेयरियां हटायी जा रही हैं। कैंट प्रशासन का प्रयास है कि वहां दोबारा किसी भी सूरत डेयरियां आबाद ना हो सकें। इसी के चलते कैंट इलाके में जहां से करीब दो दर्जन डेयरियां हटवाकर भारत सरकार की जमीन पर कब्जा लिया गया है, वहां तत्काल तारबंदी की गयी और अब वहां चारदीवारी की जा रही है।
मुसीबत बनीं डेयरी नहीं रहने दी जाएंगी कैंट के इलाके में, डेयरी संचालकों से मुक्त करायी गयी जमीन पर कैंट बोर्ड की चारदीवारी
बनी हैं मुसीबत
कैंट इलाके में कई-कई पुश्तों से जो चल रही डेयरियां अब लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही हैं। लोगों का कहना है कि डेयरियों की वजह से इलाके में सबसे बड़ी मुसीबत गंदगी और मच्छरों की है। दूसरी बड़ी मुसीबत डेयरियों का गोबर नाले नालियों में बहाने की वजह से बनी हुई है। डेयरियों का गोबर बहाए जाने के कारण नाले नालियां चौक हो गयी हैं। इससे बारिश के पानी में पूरी इलाके में जलभराव की समस्या बनी हुई है। चंद मिनटों की बारिश में कैंट के उन तमाम इलाकों में जबरदस्त पानी भर जाता है जहां आसपास डेयरियां संचालित की जा रही हैं। तोपखाना, लालकुर्ती, रजबन, सदर सरीखे तमाम ऐसे इलाके हैं जहां कई-कई पुश्तों से लोग डेयरियों का कारोबार कर रहे हैं। वहीं उनकी रोटी रोजी व जीविकोपार्जन का इकलौता साधन है। कैंट बोर्ड के निर्वतमान उपाध्यक्ष बीना वाधवा का कहना है कि यदि कोई समस्या है तो उसका समाधान निकाला जाना चाहिए। समाधान ऐसा होना चाहिए ताकि किसी को अहित ना हो। संविधान में भी सभी की रोजी रोजी की जरूरत का अधिकार दिया गया है। यदि कोई समस्या है तो उसका हल माकूल होना चाहिए। किसी का अहित या नुकसान ना हो। यह ठीक है कि दिक्कत है, लेकिन कार्य ऐसा किया जाए ताकि किसी को परेशानी ना हो, क्योंकि जीने का अधिकार सभी को है। जब कोई समस्या होती है तो रास्ता भी होता है।
पार्क किए जाएंगे आबाद
भारत सरकार की जमीन पर अवैध कब्जा कर संचालित की जा रहीं डेयरियों से अब तक जितनी भी जमीन मुक्त करायी गयी है सीईओ कैंट जाकिर हुसैन उस स्थान पर बच्चों के लिए पार्क विकसित कराना चाहते हैं ताकि मासूमों को स्वच्छ वातावरण दिया जा सके। इलाके में घर परिवार के बुर्जुगों को सुबह शाम टहलने के लिए अच्छा स्थान मिल सके। दरअसल कैंट प्रशासन का प्रयास रजबन में अवैध डेयरियों से मुक्त करायी गई जमीन पर जिस तर्ज पर पार्क विकसित किया गया है, उसी तर्ज पर बोर्ड के इंजीनियरिंग सेक्शन से पार्क विकसित कराए जाएं। उल्लेखनीय है कि रजबन में अवैध डेयरियों से जमीन भी इंजीनियरिंग सेक्शन की वजह से ही मुक्त व उस पर पार्क आबाद किया जा सका था। उस पार्क को कैंट बोर्ड के इंजीनियरिंग सेक्शन का सबसे शानदार कार्य माना जाता है। जिसकी देश भर की छावनियों में सराहना की गई थी। भाजपा नेता व कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सुनील वाधवा ने भी कैंट में नए पार्क आबाद किए जाने की जरूरत बतायी है। सीईओ कैंट जाकिर हुसैन के डेयरी फ्री कैंट का बेसब्री से इंतजार भी किया जा रहा है।
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