मेरठ में कोरोना की दस्तक-दो केस, मेरठ में कोरोना की चौथी बतायी जा रही लहर ने दस्तक दी है। चौथी लहर की यदि बात की जाए तो यह एनसीआर के गाजियाबाद व नोएडा जैसे इलाकों में पहले ही दस्तक दे चुका है। अभी तक मेरठ जनपद इससे अछूता था, लेकिन अब मेरठ में भी इसने धमाकेदार एंट्री मारी है। धमाकेदार इसलिए बताया जा रहा है क्योंकि रविवार को कोरोना संक्रमण के दो केसों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियमित रूप से जारी किए जाने वाले अपडेट में दी गयी है। कोरोना संक्रमण के दो नए केसों की संख्या भले ही देखने में छोटी लगती हो, लेकिन जिस स्पीड से कोरोना का नया वायरस बढ रहा बताया जाता है उसको देखते हुए इसको बड़े खतरे को रूप या तौर देखा जा रहा है। हालांकि जहां तक इससे निपटने की तैयारियों की बात है तो कोरोना की पहली व दूसरी लहर जब संक्रमण ने जमकर उत्पात मचाया था। बड़ी संख्या में लोगों को इस संक्रमण के कारण जान गंवानी पड़ गयी थी। हालत यह हो गयी थी कि कोई लाशों को फूंकने वाला भी नहीं बचा था, वो तमाम दिल को दहला देने वाली यादें आज भी ताजा है। उस दौरान एलएलआरएम मेडिकल कालेज व अस्पताल के चिकित्सकों ने दिन रात एक कर संकमण के खिलाफ मोर्चा संभाला था। लोगों को संक्रमण से बचाने के प्रयास में मेडिकल के चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफ के तमाम लोग खुद भी संक्रमित हो गए थे। हालांकि फिलहाल मेडिकल मे कोविड वार्ड बंद कर दिया गया है। जिस बिल्डिंग में कोविड वार्ड चल रहा था वहां अन्य चिकित्सकीय व्यवस्थाएं की गयी है। मेडिकल प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता का लगातार कहना है कि लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। वैक्सीनेशन जरूर कराया जाना चाहिए। इसके अलावा सबसे जरूरी बात कि सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जाए। मास्क का नियमित रूप से प्रयोग करें। सावधानी से ही कोरोना के नए वायरस से बचा जा सकता है।