
मेरठ। पाकिस्तान के साथ सीमा पर भयंकर जंग के सेना के लिए रेड अलर्ट जारी होने के बाद तमाम वो फौजी जो छुट्टी पर गए थे, अपनी यूनिटों में लौटने शुरू हो गए हैं। यूनिट हैड की ओर से भेजे गए संदेश में कहा गया था कि संदेश मिलते ही तत्काल यूनिट के लिए निकलें। इसके बाद तमाम साधनों से फौजियों को अपनी यूनिट की ओर रवाना होते देखा जा सकता है। यहां आने वालीं और यहां से होकर गुजरने वाली तमाम ट्रेनों से फौजी पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को दोनों स्टेशनों पर फौजियों की बडी आमद दर्ज हुई है। कंधे के दोनों तरफ पिट्ठू बैग टांगे फौजी तमाम ट्रेनों यहां पहुंच रहे हैं। स्टेशन पर पहुंचे फौजियों को देखकर तमाम लोगों के मन में उनके प्रति बेहद आदर का भाव देखा गया। निकास रास्तों से जहां होकर फौजी बाहर की ओर आ रहे थे सभी पहले उन्हें रास्ता दे रहे थे। ट्रेन के भीतर भी उनको लेकर बेहद आदर का भाव लोगों के भीतर नजर आया। कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने स्टेशन पर फौजियों को देखकर भारत माता की जय का घोष किया। फौजियों ने भी उत्साह वर्धन करते हुए जिंदाबाद बोला। हालांकि सुरक्षा कारणों से फौजी अफसर अभी कुछ भी जानकारी मीडिया से शेयर करने में पूरा परहेज व सावधानी बरत रहे हैं।
सैन्य प्रतिष्ठानों व फौजी आवासों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम

नापाक इरादों को लेकर जंग कर रहे पाकिस्तान के मंसूबों को देखते हुए कैंट स्थित तमाम फौजी प्रतिष्ठानों व सैन्य आवासीय कालोनियों में सुरक्षा इंतजाम बेहद कड़े कर दिए हैं। यहां किसी को भी फोटो लेने या ड्रोन उड़ाने की सख्ती मनाई है। कैंट स्थति सिग्नल कोर के चाराें ओर एक बड़े दायरे में कड़ी सुरक्षा की गयी है। सैन्य गतिविधियों के चलते यह प्रतिष्ठान बेहद महत्वपूर्ण है। कैंट में जहां सबसे महत्वपूर्ण व जंग का नक्शा बदलने की महारत रखने वाली पाइन यूनिट के हेडक्वार्टर पर भी हथियारों से लैस जवान मुस्तैद नजर आते हैं। कैंट इलाके में तमाम सैन्य प्रतिष्ठान व फौजियों की आवासीय कालोनी हैं। सुरक्षा कारणों से उनके नामों का उल्लेख यहां नहीं किया जा रहा है, लेकिन सभी के चारों ओर सुरक्षा का कड़ा घेरा है। इसके अलावा कैंट के बेहद संवेदनशील जिन इलाकों से सिविलियन गुजरते हैं, वहां बेहद सख्त सुरक्षा पहरा कर दिया गया है।साथ ही आरवीसी की डॉग यूनिट व दूसरी यूनिट जहां सिविलियन की आवाजाही रहती है उसको भी कुछ समय के लिए मुलतवी कर दिया है। कैंट स्थित डोगरा मंदिर व काली पलटन मंदिर पर भी फौजी मुस्तैद देखे जा सकते हैं। ये दोनों ही मंदिर सैन्य यूनिट के मध्य स्थित हैं। इन दोनों ही मंदिरों पर सिविविलिन की बड़ी संख्या में प्रतिदिन आमद दर्ज की जाती है। सुरक्षा कारणों के चलते कैंट के कुछ एवन लैंड वाले इलाकों में भी सिविलियन के प्रवेश पर सख्ती कर दी गई है।
स्टेशन पर पहुंचे फौजियों को देखकर तमाम लोगों के मन में उनके प्रति बेहद आदर का भाव देखा गया। निकास रास्तों से जहां होकर फौजी बाहर की ओर आ रहे थे सभी पहले उन्हें रास्ता दे रहे थे। ट्रेन के भीतर भी उनको लेकर बेहद आदर का भाव लोगों के भीतर नजर आया
रात में कडी निगरानी फौजियों की तैनाती-तेल डिपो की कड़ी सुरक्षा

पाकिस्तान के साथ जंग के मद्देनजर रात के वक्त फौजी छावनी में निगरानी बढा दी जाती है। कुछ इलाकों में देर शाम आठ बजे के बाद फौजियो का मूवमेंट बढ़ा हुआ देखा जा सकता है। सिटी व कैंट स्टेशन से सटे तमाम रास्तों पर आर्मी की गश्त बढ गयी है। रोड पर भी फौजी तैनाती देखी जा रही है। इन रास्तों से गुजरने वाले तमाम लोग एकाएक बढा फौजियों के मूवमेंट को हैरानी से देखते हैं। सुरक्षा की दृष्टी से कैंट स्टेशन को सेना के नजरिये से बेहद संवेदनशील स्थल पर माना जाता है। इस स्टेशन के आसपास का इलाका सेना के लिए बेहद संवेदनशील है। यहां खडे़ होने वाले थ्री रिक्शा व ऑटो चालकाें का पूरा ब्याेरा दर्ज किया जा रह है। ऑटो वालों ने बताया कि देश की सुरक्षा का सवाल है इसलिए ऐसा किया जा रहा है और सभी के लिए राष्ट्र प्रथम है। सेना के साथ सभी प्रकार से सभी को सहयोग करना चाहिए। यह मुश्किल वक्त है। रात के वक्त में सेना के बेहद संवेदनशील तमाम रास्तों पर निगरानी में लगे फौजियों को देखा जा सकता है। कैंट की ओर आने वाले रास्तों पर सेना के जवाना मुस्तैद हैं। गाड़ियों की चैकिंग व पूछताछ की जा रही है।
तेल डिपो की कड़ी सुरक्षा
निगरानी की यदि बात करें तो कैंट से सटे मकबरा इलाके में स्थित तेल डिपो की सुरक्षा को भी कड़ा कर दिया है। तेल डिपो के भीतर बगैर परिचय पत्र के किसी को भी भीतर जाने नहीं दिया जा रहा है। सख्त सुरक्षा चैकिंग के बाद ही भीतर जाने दिया जाता है। तेल डिपो पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी संख्या बढा दी गई है। एक सूत्र ने यह भी जानकारी दी कि आमतौर पर दुश्मन देश जिस देश के साथ जंग लड़ी जा रही है उस देश के जिन प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हैं उनमें तेल डिपो अव्वल टॉरगेट में शामिल किए जाते हैं। जब जब सीमा पर माहौल खराब हुआ है तब तब मकबरा स्थित कैंट से सटे तेल डिपो की सुरक्षा बढा दी गयी है। दरअसल मकबरा में जहां तेल डिपो स्थित है उसके आसपास कई सैन्य यूनिट व फौजी कालाेनी व कैंटीन है। इसी के चलते इस तेल डिपो की सुरक्षा का घेरा कड़ा कर दिया गया है। जो भी चालक व उनके सहयोगी तेल टेंकर लेकर आते हैं, उनका पूरा ब्योरा यहां दर्ज किया जा रहा है।
मेडिकल तैयार है किसी भी हालात से निपटने को

दुश्मन के साथ चल रही जंग को देखते हुए सभी सेवाओं को आपातकालीन मोड के आदेश के बाद एलएलआरएम मेडिकल में भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रधानाचार्य डा. आरसी गुप्ता ने अलर्ट के आदेश जारी किए हैं। जनवाणी से बात करते हुए उन्होंने जानकारी दी कि एलएलआरएम मेडिकल का सरदार बल्लभ भाई पटेल किसी भी आपातकालीन हालात से निपटने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है। मेडिकल में भरपूर दवाएं हैं। बड़ी संख्या में डाक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ मौजूद है। एलएलआरएम मेडिकल हर वक्त स्वास्थ्य सेवाओं के साथ तैयार है।
क्रिटिकल केयर सोसाइटी सेवा के लिए तैयार

पाकिस्तान के साथ चल रही जंग के मददे नजर सोसाइटी ऑफ क्रिटिकल केयर यूनिटस के अध्यक्ष डा संदीप जैन ने बताया कि उनका संस्थान भी देश सेवा के लिए खुद काे प्रस्तुत करता है। जब भी राष्ट्र को हमारी जरूरत पड़ेगी हम स्वयं को एक शॉर्ट नोटिस में प्रस्तुत कर देंगे। युद्ध के वक्त में देश की सेवा करने का मौका किसी शानदार अवसर से कम नही हैं। जो भी संसाधान मौजूद हैं वो सब देश सेवा के लिए प्रस्तुत हैं।
डा. वाजपेयी व सीईओ ने किया नए भवन का उद्घाटन