
विनाशकारी तूफान के आने में चंद घंटे बाकि, काकीनाडा में लिखेगा बर्बादी की कहानी, सौ किलोमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा
नई दिल्ली/आंध्र प्रदेश। साइक्लोन मोंथा आने से पहले ही डरा रहा है। सौ किलोमीटर से ज्यादा की रफ्तार से यह काकीनाडा की ओर बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने इसके काकीनाडा के तट से टकराने की भविष्यवाणी की है। मोंथा की वजह से पश्चिम बंगला और आंध्र के एक बड़े इलाके में भारी नुकसान की आशंका जतायी है। हालांकि राज्य सरकार ने सभी को अलर्ट कर दिय ाहै। मछुआरों से कहा गया है कि समुद्र में ना जाए। मौसम विभाग की मानें तो इसक चपेट में दो दर्जन जिले आ सकते हैं। लेकिन पंद्रह जिलों में यह कहर बरपाएगा। बताया जाता है कि मोथा इतना शक्तिशाली तूफान है कि हरियाणा और राजस्थान तक इसका असर देखने को मिल सकता है। यदि इसकी ताकत औरबढ़ती है तो इसके इफैक्ट से दिल्ली एनसीआर भी नहीं बच पाएंगे। यहां बारिश हो सकती है।
ये होंगे सबसे ज्याद प्रभावित
मोंथा के आने में अब चंद घंटे ही बाकि बचे हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि कम से कम जनधन की हानि हो, इसी के चलते राहत और बचाव कार्य करने वाली तमाम ऐजेंसियां पहले ही अलर्ट मोड पर हैं। एनडीआरएफ की टीम को स्टेंड बाई पर रखा गया है। इसके अलावा, मोंथा चक्रवाती तूफान की वजह से आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में 27 से 30 अक्टूबर तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।