नई दिल्ली। दिल्ली आम आदमी के लिए कितनी अनसेफ हो गई है इसका अंदाजा लॉकअप में मर्डर की वारदात से लगाया जा सकता है। दिल्ली के साकेत कोर्ट के अंदर बने लॉकअप में हत्या से हड़कंप मच गया है। लॉकअप में मर्डर के वारदात के बाद पुलिस के आला अधिकारी बचाव की मुद्रा में हैं। एक तो लॉक अप दूसरा साकेत कोर्ट का लॉकअप सुरक्षा इंतजाम कितने लचर और अपराधी कितने फ्रंटफुट पर खेल रहे हैं खुद ही अंदाजा लगा लीजिए। बता दें कि दिल्ली की साकेत कोर्ट के लॉकअप में दो अन्य कैदियों ने अमन नामक कैदी की हत्या कर दी। वे दोनों तिहाड़ जेल नंबर 8 में बंद थे और उन्हें अदालती कार्यवाही के लिए साकेत कोर्ट लाया गया था। दिल्ली पुलिस ने इसकी जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के साकेत कोर्ट लॉकअप के अंदर अमन नामक कैदी की हत्या हुई है। अन्य सह कैदियों पर अमन की हत्या का आरोप है। वे दोनों तिहाड़ जेल नंबर 8 में बंद थे और उन्हें अदालती कार्यवाही के लिए साकेत कोर्ट लाया गया था। मर्डर कैसे किया गया। कौन सा हथियार यूज किया गया। क्या हथियार अपने साथ तिहाड जेल से लाए थे या फिर पुलिस कस्टडी में रास्तें में उन तक हथियार पहुंचाया गया। ये तमाम सवाल है जिनका उत्तर केवल पुलिस दे सकती है।
व्यवसायी अरुण लोहिया की हत्या की गुत्थी को सुलझी

वहीं, दक्षिण जिला पुलिस ने सीडीआर चौक पर हुई व्यवसायी अरुण लोहिया की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। पुलिस को दो बदमाशों के साथ मुठभेड़ हुई। दोनों के पैर में गोली लगी है। बताया जा रहा है कि अरुण लोहिया हत्याकांड में यह दोनों बदमाश शामिल थे। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस को इनपुट मिला था कि दीपक अपने साथी के साथ शेख सराय इलाके में आने वाला है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने ट्रैप लगाकर दीपक को उसके साथी के साथ आता देख रोकने की कोशिश की लेकिन दीपक और उसके साथी ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी और उसके बाद दिल्ली पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश घायल हो गए। पुलिस और बदमाशों के बीच 5 से ज्यादा गोलियां चली है।