साथ खड़ें हैं नामीबिया और भारत
– आईआईएमटी विश्वविद्यालय पहुंचे नामीबिया के उच्चायुक्त
– कहा, भारत की मदद से नामीबिया में शुरू हुआ ऑनलाइन भुगतान
मेरठ। भारत और नामीबिया के रिश्ते हमेशा से दोस्ताना रहे हैं। हाल ही में भारत के यूपीआई की सहायता से नामीबिया में भी तेजी से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन शुरु हुआ है। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए नामीबिया के उच्चायुक्त गेब्रियल सिनिम्बो ने कहा कि नामीबिया और भारत सच्चा सहयोगी बनकर साथ खड़ें हैं।
म्ंगलवार को को आईआईएमटी विश्वविद्यालय पहुंचे नामीबिया के उच्चायुक्त गेब्रियल सिनिम्बो और मिशन फर्स्ट सेक्रेटरी टेंगेनी एच मुलुंगा का आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने स्वागत किया। कुलाधिपति महोदय ने उच्चायुक्त महोदय का विश्वविद्यालय आगमन पर आभार व्यक्त करते हुए उन्हें विश्वविद्यालय की ओर से पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। विश्वविद्यालय भ्रमण के दौरान उच्चायुक्त महोदय ने आईआईएमटी विश्वविद्यालय के हरित और शैक्षिक वातावरण की प्रशंसा की।
सेमिनार हॉल पहुंचे नामीबिया के उच्चायुक्त गेब्रियल सिनिम्बो और मिशन फर्स्ट सेक्रेटरी टेंगेनी एच मुलुंगा का विद्यार्थियों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। मंच संचालन कर रहीं वत्सला तोमर ने उच्चायुक्त गेब्रियल सिनिम्बो का जीवन परिचय दिया।
छात्रों को संबोधित करते हुए उच्चायुक्त गेब्रियल सिनिम्बो ने भारत के साथ स्थापित मधुर रिश्तों का जिक्र किया। उच्चायुक्त महोदय ने बताया कि तीस लाख की आबादी वाले नामीबिया में एक निजी विश्वविद्यालय को मिलाकर तीन विश्वविद्यालय हैं। देश भर के युवाओं को इन्हीं में शिक्षित किया जा रहा है। भारत में उच्च शैक्षिक वातावरण होने के कारण नामीबिया से बड़ी तादात में युवा भारत में शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं। छात्रों को संबोधन के बाद उच्चायुक्त महोदय ने छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए।
प्रति कुलपति प्रोफेसर वैभव श्रीवास्तव ने उच्चायुक्त गेब्रियल सिनिम्बो और मिशन फर्स्ट सेक्रेटरी टेंगेनी एच मुलुंगा का एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज के डीन डॉ लखविंदर सिंह ने पटका पहनाकर सम्मानित किया। प्रति कुलपति प्रोफेसर वैभव श्रीवास्तव ने अतिथियों का विश्वविद्यालय आगमन पर आभार व्यक्त किया। आयोजन में निदेशक प्रशासन डॉ0 संदीप कुमार, सभी विभागों के डीन, एचओडी, शिक्षक और छात्रों का सहयोग रहा।