न्यूरलैफ्सो का मकसद राष्ट्र के प्रत्येक कौन में तकनीकि शिक्षा को पहुंचाना है ताकि हमारे बच्चे भविष्य के लिए तैयार हो सकें।


मेरठ। जनपद के सबसे अग्रणीय शिक्षण संस्थान उत्तम पब्लिक स्कूल मवाना मेरठ में न्यूरलेफ्लो लैब्स की ओर से तकनीकी वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इसका मकसद स्टूडेंटस को आधुनिक तकनीकि बारीकियों की जानकारी देना था। माइक्रोकंट्रोलर, सेंसर और ड्रोन तकनीक के बारे में जानकारी दी गयी उनके बारे में जागरूक किया गया। पब्लिक स्कूल के चेयरमैन सीएस चौधरी व प्रधानाचार्या ममता चौधरी मैम ने इस पहल की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए कहा कि कौशल विकास के लिए यह सबसे मुफीद है। इसके लिए उन्होंने न्यूरलैफ्लो लैब्स की टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह शानदार रहा हौर शिक्षाप्रद भी। वर्कशॉप का आयोजन लैब्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऋषभ धामा के नेतृत्व में किया गया। ऋषभ धामा आईटीआई मद्रास से इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम में अध्ययनरत हैं। उनकी टीम में राजन शर्मा, सनोंदा पटेल, अंशुल धीमान, अर्णव दीक्षित, वंश राणा व तरुण शामिल रहे। पूरी टीम ने बेहद आसान तरीके से तमाम तकनीकि चीजों की जानकारी दी। वर्कशॉप में पब्लिक स्कूल के शिक्षक रवि राणा, हिमांशु सिंघल, निधि भडाना व सोहनवीर की मौजूदगी से यह वाकई रोचक हो गयी। क्लास 7 के छात्र अनंत पंवार ने बताया कि सेंसर तकनीक का उपयोग निर्माण स्थलों पर करके ना केवल सुरक्षा बढायी जा सकती है अपितु कार्य को भी सुगम बनाया जा सकता है। क्लास 9 की प्रज्ञा पवार ने कहा कि यदि सेंसरों को भूमि में स्थािपत किया जाए तो वे बारूदी सुरंगों का पहले ही पता लगा लेंगे इससे हमारी सेनाओं की जन धन की हानि रोकी जा सकती है। क्लास 10 के आदर्श ने बताया कि रोबोट्स तकनीक को सैन्य क्षेत्र में तैनात कर जोखिम भरे कार्य कराए जा सकते हैं। इससे सेना को जनहानि नहीं होगी। सीएस चौधरी ने कहा कि न्यूरलैफ्सो का मकसद राष्ट्र के प्रत्येक कौन में तकनीकि शिक्षा को पहुंचाना है ताकि हमारे बच्चे भविष्य के लिए तैयार हो सकें।
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