नो लोड-नो एस्टीमेंट-नो ट्रांसफार्मर कनेक्शन चालू, मेरठ ईडीडीयू फोर्थ रुड़की रोड शांति निकेतल रौशनपुर डोलरी स्थित जी प्लस थ्री (बेसमेंट व तीन मंजिला) बिल्डिंग का बगैर एस्टीमेंट, लोड व ट्रांसफार्मर के सोफीपुर बिजलीघर के जेई व टीजी-टू ने कारगुजारी करते हुए छदम नाम से बिजली कनेक्शन चालू करा दिया। इस मामले के सामने आने के बाद पीवीएनएल के तमाम आला अफसरों की पेशानी पर बल पड़ गए हैं, जिसके चलते इस मामले के आरोपी बताए जा रहे जेई व टीजी-टू पर बड़ी कार्रवाई की आशंक जतायी जा रही है। सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि जिस बिल्डिंग को कनेक्शन का यहां जिक्र किया जा रहा है, उसके कनेक्शन आवेदन की फाइल विक्टोरिया पार्क मुख्यालय पर विचाराधीन है। पावर अफसरों ने उस पर अभी निर्णय नहीं लिया। इस बिल्डिंग को कनेक्शन पर सीनियर अफसरों के निर्णय के आए बगैर ही छदम नाम से कनेक्शन चाल करा दिया गया है। जिस कनेक्शन से पीवीवीएनएल के खजाने को करीब 8 लाख रुपए मिलते वो कनेक्शन महज हजार पंद्रह सौ में चालू कर दिया बताया जाता है।
यह है पूरा मामला
रुड़की रोड पेट्रोल पंप के पीछे शांति निकेतन प्लाट नंबर तीन खसरा नंबर 727 में एक तीन मंजिला बिल्डिंग बनकर तैयार हुई है। इसमें बेसमेंट समेत तीन फ्लोर हैं। इस बिल्डिंग में कनेक्शन के लिए विनय पुत्र विक्रम ने बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। बड़ी बिल्डिंग में कनेक्शन दिया जाना है। इसके लिए करीब 80 किलोवाट के लोड का अनुमान है, इतने लोड के लिए अलग से ट्रांसफार्मर लगाना अनिवार्य होता है। लेकिन सबसे पहले लोड स्वीकृत करना होता है, इसलिए इसकी फाइन डिविजन से मुख्यालय भेज दी गयी। इतने लोड के लिए भारी भरकम खर्चा करना होता है। विनय की फाइल पर अभी विक्टोरिपार्क में बैठने वाले अफसरों ने निर्णय नहीं लिया है। फाइल विचार के लिए अभी लंबित है।
लोड, एस्टीमेंट व ट्रांसफार्मर को ना सीधे कनेक्शन
विनय की फाइल पर स्वीकृति का इंतजार किए बगैर ही इस बिल्डिंग का सोफीपुर बिजलीघर के जेई Shreekant व टीजीटू-5 Tekemdar Tomar ने कनेक्शन चालू करा दिया गया। यह कनेक्शन ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन के नाम पर दिया गया है। इसमें कनेक्शन की यदि बात की जाए तो सभी कायदे-कानून ताक पर रख दिए गए हैं। मसलन डिस्टेंट को लेकर जो नियम है उसका भी फ्यूज उड़ा दिया गया और कनेक्शन थमा दिया गया। विनय के नाम से बिल्डिंग के कनेक्शन आवेदन की फाइल पहले से ही मुख्यालय में मौजूद है, इसलिए उनके नाम से तो कनेक्शन संभव नहीं था। आरोप है कि जेई व टीजीट-टू ने अपनी जब गरम और पीवीवीएनएल के खजाने को फटके लिए आरती चौधरी पत्नी विनय के नाम से नो लोड, नो एस्टीमेंट, नो ट्रांसफार्मर कनेक्शन चालू करा दिया। आरटीआई एक्टिविस्टम पंड़ित नरेश शर्मा ने मामले की शिकायत एमडी पावर से की है। सरकारी खजाने को चूना लगाने वाले जेई व टीजी-टू पर कार्रवाई की मांग की है। इसको लेकर उन्होंने एमडी से मिलने की भी जानकारी दी।
एसडीओ ने जतायी अनभिज्ञता
एसडीओ प्रेमपाल से जब इस संबंध में जानकारी की गई तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की। बताया कि वह इस संबंध में संबंधित से जानकारी तलब करेंगे।
एक्सीयन ने तलब की रिपोर्ट
मामले में एक्सीयन अमित कुमार पाल ने रिपोर्ट तलब करने की बात कही, साथ ही हैरानी जतायी कि इतनी बड़ी बिल्डिंग पर बगैर एस्टीमेंट के कैसे कनेक्शन चालू है