स्कूटर में सौ प्रतिशत भारतीय पुर्जों का इस्तेमाल किया जा रहा है और प्रधानमंत्री की PM ई ड्राइव योजना के तहत भारत सरकार द्वारा सब्सिडी भी
अब मेरठ में मिल सकेगा पूर्णत: भारत में निर्मित्त BGAUSS इलैक्ट्रिक स्कूटर, — कंपनी ने बंसल मोटर्स के साथ की डीलरशिप, वेस्ट यूपी का पहला शोरूम मेरठ में खुला, ऑटोमोबाइल क्षेत्र में बंसल मोटर्स का 60 वर्ष का अनुभव
MEERUT/ भारत की RR KABEL कंपनी के उत्पाद BGAUSS इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आज से अपना पहला शोरूम खोल दिया है। कंपनी के इलैक्ट्रिक स्कूटर BGAUSS की आज से बंसल मोटर्स पर बिक्री शुरू कर दी है। बंसल मोटर्स पर BGAUSS स्कूटर की बिक्री के साथ-साथ आफ्टर सेल सर्विस की भी तमाम सुविधाएं मौजूद रहेंगी। BGAUSS कंपनी के जोनल मैनेजर दीपक मक्कड विशेष रूप से शोरूम का शुभारंभ कराने आये उन्होंने बताया की देश भर में 150 से ज्यादा BGAUSS इलेक्ट्रिक की डीलरशिप खोली जा चुकी है।

मेरठ में बंसल मोटर्स पी एल शर्मा रोड पर सन 1964 से ऑटोमोबाइल्स में सेवा प्रदान कर रहे है। इससे पूर्व बंसल मोटर्स ने शुरूआत रशियन ट्रेक्टर DT-14 बेचने से अपने कारोबार की शुरूआत की। इसके बाद बंसल मोटर्स टू व्हीलर के क्षेत्र में आ गई। बंसल मोटर्स के अर्द्धशतक के अनुभव को देखते हुए RR KABEL ने यहां अपने कारोबार की शुरूआत की है।
बंसल मोटर्स के प्रोपराइटर अंकुर बंसल ने बताया कि हमने RR KABEL के साथ इलैक्ट्रिक स्कूटर की डीलरशिप इसलिए ली है, क्योंकि इस स्कूटर में सौ प्रतिशत भारतीय पुर्जों का इस्तेमाल किया जा रहा है और प्रधानमंत्री की PM ई ड्राइव योजना के तहत भारत सरकार द्वारा सब्सिडी भी दी जा रही है। यह भारतीय सडकों के हिसाब से काफी मजबूत स्कूटर है। फिलहाल हमारे शोरूम पर कंपनी के दो मॉडल C-121 EX तथा RUV-350 उपलब्ध रहेंगे। इन दो मॉडलों में ग्राहकों को ग्रीन, व्हाइट, मेट ब्लू तथा ग्लोसी ब्लैक मिल सकेंगे। इसमें लीथियम फॉसफेट बैटरी उपलब्ध रहती है। इससे कभी भी आग लगने का खतरा नहीं रहता है। इसमें फास्ट चार्जर की सुविधा दी गयी हे जो महज तीन घंटे में स्कूटर को फुल चार्ज कर देता है। एक बार चार्ज होकर स्कूटर 85 किलोमीटर से लेकर 135 किलोमीटर तक दौड सकता है मॉडल के अनुसार । यह स्कूटर दो कुंतल तक का वजन उठाने में सक्षम है। इस अवसर पर बंसल मोटर्स के संचालक अनिल बंसल, प्रशांत वर्मा, कपिल शर्मा, संदीप काम्बोज, एडवोकेट अनिल बक्शी, एडवोकेट हरेन्द्र सिंह बेदी आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।
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