पार्टी ने दिया टिकट सपा नेताओं दिया हरवा, नगर निगम कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य व सपा-रालोद गठबंधन के टिकट पर नगर निगम मेरठ के वार्ड 73 से चुनाव लड़ वाले अब्दुल गफ्फार के सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियों के बाद समाजवादी पार्टी के तमाम नेता बैक फुट पर हैं। गफ्फार के लगाए गए आरोपों को लेकर बजाए सामने आने के संगठन पर काविज सपाइयों ने या तो मोबाइल आफ आफ रेंज कर लिए हैं या उनके फोन स्वीच ऑफ जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है अब्दुल गफ्फार ने वह वीडियो इस संवाददाता को भेजा भेजा है। जिसमें वह कह रहे हैं कि सप-रालोद गठबंधन के टिकट पर वह चुनाव में उतरे थे, लेकिन सपा के नेता इस वार्ड से किसी अन्य को लड़ा चाहते थे, लेकिन सपा-रालोद गठबंधन चुनाव संचालन के लिए बनायी गयी प्रदेश स्तरीय कमेटी ने उनका टिकट फाइनल किया, इस बात से मेरठ के तमाम बड़े सपाई नाराज थे। अब्दुल गफ्फार ने बताया कि उनका चुनाव निशान रालोद का चुनाव निशान हैंड पंप था, लेकिन चुनाव में सपाइयों ने अनुशासन हीनता दिखाते हुए अन्य को चुनाव लड़ाया उसकी जमकर मदद की और सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी का इलाके में प्रबल विरोध किया, जिसके कारण वह चुनाव हार गए। अब्दुल गफ्फार ने बताया कि इस सारे फसाद के पीछे वो लोग हैं जो कब्रिस्तान में मिट्टी डलवाने के नाम पर फर्जीवाडा किए बैठे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में जब चारों ओर माैत का तांडव चल रहा था तो शहर के कब्रिस्तानों में मिट्टी का भराव कराने की बात आयी, कुछ लोगों ने बगैर भराव कराए ही कब्रिस्तान में मिट्टी का भराव कराए दिए जाने की बात मेरठ के मुसलमानों में प्रचारित कर दी। जबकि वास्तव में किसी भी कब्रिस्तान में उन्होंने मिट्टी का भराव नहीं कराया। अब्दुल गफ्फार कर कहना है कि उनकी इस शर्मनाक घटना की पोल जब खुल गयी तो वो लोग दुश्मनी रखने लगे और उन्होंने ही सपा नेताओं की मदद से चुनाव हरवाने का काम किया।
अतुल प्रधान कर कर रहे थे विराेध-सीमा प्रधान को भी हरवाया
अब्दुल गफ्फार का आरोप है कि मेरठ नगर निगम महापौर के चुनाव में सपा-रालाेद गठबंधन की अधिकृत प्रत्याशी सीमा प्रधान की हार की वजह सपा के बड़े नेताओं की सरधना विधायक अतुल प्रधान से नाराजगी है। उन्होंने कहा कि पूरे चुनाव में ये तत्व अतुल प्रधान से नाराजगी के चलते ही सीमा प्रधान का विरोध तथा अन्य प्रत्याशियों के लिए काम करते रहे। संगठन पर काविज ऐसे ही लोगों की कारगुजारी के चलते सीमा प्रधान को चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी जरूरी है अन्यथा ये सपा को बड़ा नुकसान पहुंचाने को तैयार बैठे हैं।