शहर में स्वाइन फ्लू की दस्तक, सावधान रहनें की है जरूरत
गांव देहात सभी जानलेवा संक्रमण की चपेट में, तेजी से बढ़ रहे मरीज
मेरठ/शहर में स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है। बच्चों में यह तेजी से फैल रहा है। दरअसल मेरठ ही नहीं पूरे दिल्ली एनसीआर की आबोहवा में जहर घुला हुआ है, इसी के चलते संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मेडिकल और जिला अस्पताल समेत तमाम निजी चिकित्सकों के यहां बड़ी संख्या में इन दिनों मरीज पहुंच रहे हैं। सरकारी व प्राइवेट चिकित्सकों के यहां आने वाले मरीजों में 90 फीसदी मरीज इसी बीमारी से पीड़ित हैं। शहर और देहात सभी जगह बीमारी तेजी से फैल रही है। पूरी की पूरी कालोनियां इन बीमारियों की चपेट में हैं। गली मोहल्ले हर जगह यह बीमारी पांव पसार रही है। सबसे ज्यादा परेशानी की बात यह है कि जब तक इस बीमारी का पता चलता है तब तक मरीज के शरीर को काफी नुकसान हो चुका होता है। इसलिए इन बीमारियों के सिम्टम नजर आते ही बगैर देरी किए डाक्टर के पास जाना चाहिए। सबसे बड़ी बात यह कि खुद डाक्टर ना बनें ना ही मर्ज बताकर मेडिकल स्टोर से दवा लेने की गलती करें। उससे नुकसान बड़ा हो सकता है और जब नुकसान बड़ा होता है तो भरपाई भी बड़ी करनी पड़ती है।
यह हैं सिम्टम
जिन बीमारियों का इन दिनों प्रकोप है उनमें स्वाइन फ्लू के अलावा वायरल, डायरियां, त्वचा संबंधित परेशानियां और सबसे ज्यादा गले के रोगी बढ़ रहे हैं। सिम्टम की बात करें तो शरीर में दर्द, सूखी व बलगमी खांसी, सिर में भारीपन का रहना। छोटे बच्चों को बुखार व चिड़चिड़ापन होना। इसके अलावा डायरिया में जितने लक्ष्य होते हैं वो सब नजर आने लगते हैं।
यह ना करें
ये सिम्टम यदि नजर आए तो सबसे पहले मरीज की परिवार के अन्य सदस्यों दूरी बनाकर रखें। ये तमाम रोग संक्रमण वाले हैं यानि संक्रमण हवा में है और जहां मरीज है वहां परिवार बाकि सदस्य भी हैं तो मरीज का संक्रमण हवा के जरिये परिवार के बाकि सदस्यों तक पहुंच जाएगा। परिवार का जो सदस्य बीमार है बेहतर तो यह है कि उसको सबसे पहले डाक्टर के पास लेकर जाए और उसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों से उसके खाने पीने के बर्तन को अलग रखें ताकि बाकि सदस्यों ने उसका संक्रमण ना पहुंचने पाए। इसके अलावा सबसे जरूरी यह कि मरीज को मॉस्क लगाकर रहना चाहिए। यह बेहद जरूरी है। मरीज यदि मॉस्क लगाकर रहेगा तो परिवार के दूसरे सदस्यों तक एक तो उसका संक्रमण नहीं पहुंचेगा और दूसरा यह कि जो संक्रमण हवा में तैर रहे हैं, मरीज उनसे भी सुरक्षित रहेगा। हवा में फैले संक्रमण उससे होने वाली बीमारियों व उसने बचाव को लेकर शहर के कई सीनियर डाक्टरों से बातचीत की गयी।
हवा से संक्रमण है मौजूद
क्रिटिकल सोसाइटी आॅफ इंडिया की मेरठ शाखा के अध्यक्ष व आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डा. संदीप जैन का कहना है कि हवा दूषित है। दूषित हवा में सांस लेने से बीमारी बढ़ रहीं हैं। शहर में वायरल, डायरिया व स्वाइन फ्लू दस्त दे चुका है। एजर्जिक बीमारियों तेजी से फैल रही हैं। बुखार के मरीज तेजी से बढे हैं।
वैक्सीन जरूर लगवाएं
शहर के सीनियर बाल रोग विशेषज्ञ व क्रिटिकल सोसाइटी आॅफ इंडिया से जुडे डा. शिशिर जैन ने बेहद चौकाने वाली जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों पर स्वाइन फ्लू का खतरा इन दिनों बढ़ गया है। कुछ बच्चे इसकी चपेट में आ चुके हैं। बच्चों को इससे बचाने के लिए जरूरी है कि उनको टीके लगवाए जाएं।
संक्रमण जनित बीमारियां
आईएमए के पूर्व स्टेट प्रेसिडेंट डा. एमके बंसल ने बताया कि संक्रमण जनित बीमारियां तेजी से फैल रही हैं। गले के इन्फैक्शन के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। यह बेहद गंभीर है। यदि शहरी में इसके सिम्टम नजर आते हैं तो सबसे पहले डाक्टर के पास जाएं। बाहरी चीजों का सेवन कतई ना करें। पानी को लेकर सावधानी बरतें
तैयार है मेडिकल
एलएलआरएम के प्रधानाचार्य डा. आरसी गुप्ता ने बताया कि इन दिनों मौसल बदल रहा है। हर साल इस सीजन में बीमारियां फैलती हैं। लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। एलएलआरएम मेडिकल के सरदार बल्लभ भाई पटेल हॉस्पिटल में इसी इंतजाम हैं। पर्याप्त डाक्टर व दवाएं हैं। इसलिए किसी प्रकार से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन यदि कोई बीमार पड़ता है तो बाकि परिवार के सदस्य सावधानी बरतें।
हवा में जहर सांसों पर मौत का पहरा

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