पुलिस ने डकैत को मारी गोली

पुलिस ने डकैत को मारी गोली
Share

पुलिस ने डकैत को मारी गोली, मेरठ/ लोहिया नगर थाना के जाकिर कालोनी मजीद नगर में रहने वाले सपा विधायक के रिश्तेदार कारोबारी के यहां परिवार वालों को गन पाइंट पर लेकर डकैती डालने वाले बदमाशों के 25 हजार के इनामी बदमाश को पुलिस वालों ने शुक्रवार की रात हुए एनकाउंटर में गोली मार दी। इस बदमाश के तीन साथी पहले ही मुठभेड़ के बाद जेल भेजे जा चुके हैं। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि लिसाड़ीगेट पुलिस को सूचना मिली थी कि कारोबारी शादाब अंसारी निवासी उमर गार्डन मजीद नगर के यहां डकैती डालने वाले बदमाशों का 25 हजार का ईनामी बदमाश इमरान उर्फ भिंड़ी पुत्र अकबर निवासी शालीमार गार्डन, मदीना फेस-2 कब्रिस्तान में छिपा हुआ है। इस सूचना पर मौके पर पहुंची लिसाड़ीगेट पुलिस ने घेराबंदी कर ली। बदमाश को समर्पण के लिए ललकारा, लेकिन बजाए समर्पण के कबिस्तान में छिपे बदमाश ने पुलिस पार्टी पर फायर झोंक दिए। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। नतीजा यहां हुआ कि एक गोली बदमाश के पांव में जा लगी। पुलिस ने उसको घेरकर गिरफ्तार कर लिया और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।
दो साथियों को पहले लग चुकी है गोली
कारोबारी शादाब अंसारी के यहां डकैती की वारदात में शामिल रहे इमरान उर्फ मिर्ची के यहां डकैती की वारदात में शामिल दो बदमाश पुलिस मुठभेड़ में पहले ही घायल हो चुके हैं। उनका एक अन्य साथी पुलिस ने पकड़ लिया था। दरअसल इन बदमाशों को पुलिस वारदात में प्रयुक्त तमंचा बरामद कराने ले जा रही थी। बजौट पुलिया पर पहुंचने पर एक बदमाश मजहर ने पुलिस पर हमला कर दिया। वहां मुठभेड़ हो गयी। मुठभेड़ दो बदमाशों को गोली लग गयी थी। अभी भी इन बदमाशों के साथी असलम व तीन अन्य फरार हैं।
———–
घंटों आतंक के साए में रहा था कारोबारी का परिवार
मेरठ। लोहिया नगर के जाकिर कालोनी उमर गार्डन में सपा विधायक के रिश्तेदार कारोबारीशादाब अंसारी के घर 21 अगस्त की रात को बदमाश घुस गए थे। पूरे परिवार को बंधक बनाते हुए हाथ पैर बांध दिए। शादाब अंसारी का दस वर्षीय बेटा अरशान को गन प्वाइंट पर लेकर तीन लाख रुपये नकदी, 40 तोले सोना लूटकर ले गए थे। बदमाश इनके मोबाइल भी लेकर फरार हो गए थे। लोहिया नगर पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया था। डकैती की वारदात का मास्टरमाइंड तोपचीवाड़ा निवासी जकी अहमद निकला। जकी अहमद करीब एक साल पहले इनके यहां ई-रिक्शा से माल ढोने का काम करता था। उसने अपने साथी सरफराज निवासी तोपचीवाड़ा और मजहर निवासी बनिया पाड़ा कोतवाली के साथ मिलकर प्लानिंग बनाई और फिर वारदात को रैकी करने के बाद अंजाम दे दिया।

@Back Home


Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *