रालोद प्रबुद्ध वर्ग की संगोष्ठी

kabir Sharma
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मेरठ। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) प्रमुख चौधरी जयंत सिंह ने 2027 के चुनाव से पहले पार्टी संगठन को विस्तार देने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। इसी क्रम में पार्टी के प्रोफेशनल मंच ने 27 मार्च, गुरुवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के बृहस्पति भवन में “समाज के निर्माण में प्रबुद्ध वर्ग की भूमिका” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप उज्जवल ने किया, जिन्हें प्रोफेशनल मंच का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनकी नियुक्ति की घोषणा क्षेत्रीय अध्यक्ष योगेंद्र सिंह चेयरमैन ने की और उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा।

इस संगोष्ठी में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रोफेशनल मंच का उद्देश्य विभिन्न वर्गों के प्रोफेशनल्स को पार्टी से जोड़ना है, ताकि समाज के पढ़े-लिखे और जिम्मेदार लोग भी राजनीति का हिस्सा बनें। उन्होंने कहा, “समाज हमसे अपेक्षा करता है, इसलिए हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। बदलाव की शुरुआत हमें अपने परिवार से करनी चाहिए। यदि हम अपने बच्चों को अच्छे संस्कार नहीं दे सकते, तो एक अच्छा समाज नहीं बना सकते। हर वर्ग, जाति और धर्म के लोग शोषित हैं। यह जिम्मेदारी केवल कुछ लोगों की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है। प्रबुद्ध वर्ग को इससे बचना नहीं चाहिए। कई बार लोग डरते हैं और आगे आने का साहस नहीं कर पाते, लेकिन निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर हमें समाज, देश और राष्ट्र के विकास के बारे में सोचना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “महापुरुषों ने हमेशा समाज और देश के लिए काम किया है। चाहे वह चौधरी चरण सिंह हों या डॉ. अंबेडकर, दोनों ने अपने-अपने समय में समाज में बड़े बदलाव किए हैं। चौधरी चरण सिंह ने जमीन पर वे सारे बदलाव किए, जिनका सपना डॉ. अंबेडकर ने देखा था। दलितों को पट्टे देने में चौधरी चरण सिंह की बड़ी भूमिका रही है।” उन्होंने अपने निजी अनुभव साझा करते हुए कहा, “मैं पहले बसपा से जुड़ा था, तब मैंने सिर्फ डॉ. अंबेडकर को ही पढ़ा था। लेकिन जब मैं रालोद में आया और अध्ययन किया, तो जाना कि चौधरी चरण सिंह कितने महान नेता थे। महापुरुष और बड़े नेता समाज और देश के लिए काम करते हैं, वे अपने लिए नहीं बल्कि समाज के लिए जीते हैं। अपने लिए जीना सबसे आसान है, लेकिन असली सेवा समाज के लिए काम करने में है।” उन्होंने यह भी कहा, “डॉ. अंबेडकर और चौधरी चरण सिंह चाहते तो सरकारी नौकरियां करके एक आरामदायक जीवन जी सकते थे, लेकिन उन्होंने समाज को खुद से आगे रखा। उन्होंने राजनीति को समाज सेवा का माध्यम बनाया और गरीबों, मजलूमों को ऐसे अधिकार दिए, जिससे उनका जीवन बदला। उन्होंने ऐसी नीतियां बनाईं, जो बाद में विचारधारा बन गईं।” अनिल कुमार ने समाज की कुरीतियों को खत्म करने पर भी जोर देते हुए कहा, “हमारे समाज में कई बुराइयां हैं, लेकिन समय के साथ बदलाव लाना जरूरी है। कई बार हम समाज की खराब परंपराओं से नहीं लड़ पाते। जाट समाज ने कई कुरीतियों को खत्म किया, जैसे ब्रह्म भोज की परंपरा। मेरी मां के निधन के बाद मैंने सोचा कि ब्रह्म भोज खत्म करूंगा, लेकिन कुछ लोगों ने कहा कि ऐसा मत करो, नहीं तो लोग कहेंगे कि सबके यहाँ खाया, लेकिन खुद किसी को भोज नहीं कराया। उस समय मैं डर गया, लेकिन जाट समाज ने ऐसी कुरीतियों को खत्म करने की पहल की, जो सराहनीय है। हमें अच्छी बातें सीखनी चाहिए।”


रालोद प्रोफेशनल मंच के विस्तार पर जोर


संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट और रालोद प्रोफेशनल मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रविकांत चौधरी ने कहा,”रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह में अपने दादा चौधरी चरण सिंह की तरह प्रधानमंत्री बनने की असीम संभावनाएं हैं। भारत रत्न चौधरी चरण सिंह देश के सबसे ईमानदार नेताओं में से एक थे और जयंत चौधरी भी ईमानदारी और सादगी की मिसाल हैं। उन्होंने हमेशा अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने का काम किया है।” उन्होंने आगे कहा,
“चौधरी जयंत सिंह का विजन है कि समाज के प्रोफेशनल्स को भी राजनीति से जोड़ा जाए, ताकि वे भी देश और समाज के उत्थान में अपनी भूमिका निभा सकें। इसी सोच के तहत प्रोफेशनल मंच की शुरुआत की गई है।”


रालोद के हस्तिनापुर क्षेत्र के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह चेयरमैन ने मंच के कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि,
“अब पार्टी केवल किसानों और मजदूरों के मुद्दों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि प्रोफेशनल्स की जिंदगी से जुड़े सवालों पर भी संघर्ष करेगी।” पूर्व मंत्री डॉ. कुलदीप उज्जवल ने कहा, “चौधरी जयंत सिंह का विजन ग्लोबल है। वे नई तकनीक और संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए युवाओं के लिए नए अवसर खोल रहे हैं। वह चाहते हैं कि युवाओं की राजनीति में भी भागीदारी बढ़े, इसलिए उन्होंने प्रोफेशनल मंच को आगे बढ़ाया है।” यूपी एससीएसटी आयोग के सदस्य नरेंद्र खजूरी ने कहा कि,
“जयंत चौधरी देश के दबे-कुचले और पिछड़े वर्गों को समाज में बराबरी पर देखना चाहते हैं। इसके लिए वह लगातार काम कर रहे हैं। अनुसूचित समाज के युवाओं को भी इस प्रोफेशनल मंच से जुड़कर बड़े सामाजिक बदलाव में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी चाहिए।”

रालोद छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव बालियान ने कहा, “दुनिया के तमाम महापुरुषों ने समाज की कुरीतियों और रूढ़ियों को खत्म करने में अपनी भूमिका निभाई है। लोकतंत्र इन्हीं संघर्षों की देन है। अब वक्त आ चुका है कि प्रोफेशनल्स भी समाज में अपनी भूमिका तय करें और राजनीति को एक नई दिशा दें।” मूटा के महामंत्री डॉ राहुल उज्जवल ने कहा कि पूरी क्षमता के साथ प्रोफेशनल्स को पार्टी संगठन से जोड़ा जाएगा। हर तबके हर प्रोफेशनल के लोग आएंगे तो संगठन को मजबूती मिलेगी। चौधरी चरण सिंह विवि के प्रोफेसर डॉ एसएस गौरव ने कहा कि जयंत चौधरी नए दौर के नेता हैं। वह दुनिया में हर पाल हो रहे बदलावों को जानते हैं। उनकी कोशिश है कि प्रोफशनल मंच को समाज में बडे बदलावों का मंच बनाया जाए, रालोद खेल प्रकोष्ठ की महासचिव रिचा सिंह ने कहा कि प्रोफशनल मंच में महिलाओं की भागीदारी सबसे ज्यादा होगी तभी बदलाव आएगा। इसमें वह अपने स्तर से भी भूमिका निभाएंगी। विनय प्रधान ने कहा कि प्रोफशनल मंच में युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों की बड़ी भूमिका होगी। इस अवसर पर RICHA SINGH मेरठ के जिलाध्यक्ष मतलूब गौड़, बागपत जिलाध्यक्ष सुभाष गुर्जर, अश्वनी तोमर, प्रोफेसर प्रदीप चौधरी, प्रभात तोमर, चंचल चिकारा, दीपक तोमर सहित कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। रालोद की इस नए पहल को 2027 के चुनावों के लिए महत्वपूर्ण रणनीति माना जा रहा है, जिससे पार्टी को शिक्षित और प्रभावशाली वर्ग का समर्थन मिल सके।

जयंत चौधरी के अब अब इकरा हसन का बयान

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