रंजन पर FIR: क्षेत्र के लोग नाराज, नगर निगम मेरठ की कार्यकारिणी के पूर्व उपाध्यक्ष रंजन शर्मा प्रभाकर पर एफआईआर से ब्रह्मपुरी इलाके के लोगाें में जबरदस्त नाराजगी है। उनका कहना है कि हार से बौखला कर यह एफआईआर करायी गयी है। लोगों ने रंजन पर लगाए गए आरोपों को एक सिरे से खारिज कर दिया है। वहीं दूसरी ओर इसको लेकर ब्राह्मण समाज में भी भाजपा को लेकर नाराजगी है। इस बीच सवाल पूछा जा रहा है कि कांग्रेस के तमाम बड़े नेता अपने नेता के खिलाफ एफआईआर पर अभी तक क्यों चुप हैं।
सारिका रंजन ने संभाला मोर्चा
रंजन शर्मा की पत्नी सारिका रंजन शर्मा ने बताया कि उनके पति पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस के बड़े नेता हैं। आरोपी पक्ष इसी के चलते उनसे रंजिश रखता है। 21 अगस्त को प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार ने उसके पति के खिलाफ लूट की धाराओं व मारपीट में झूठा मुकदमा दर्ज कराया है, जो बीजेपी के बड़े नेताओं के संपर्क में हैं। पीड़िता ने बताया कि सत्ता के दबाव के चलते यह मुकदमा दर्ज हुआ है। पीड़िता ने एसएसपी से पति के खिलाफ लिखे मुकदमे की जांच कराकर समाप्त करने और आरोपी पर कार्रवाई की मांग की है।
एसएसपी से मिलीं वार्ड पार्षद
ब्रहमपुरी क्षेत्र के वार्ड-43 से महिला सभासद ने हारे हुए उम्मीदवार पर आते जाते अभद्र टिप्पणी कराने का आरोप लगाया है। इस पर काफी संख्या में व्यापारी सभासद के समर्थन में एसएसपी दफ्तर पहुंचे। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने एसएसपी से मुलाकात कर ज्ञापन दिया। ब्रहमपुरी की मास्टर कालोनी की रहने वाली महिला सभासद सारिका रंजन शर्मा ने एसएसपी दफ्तर पहुंचकर बताया कि वह बीते दिनों वार्ड-43 से सभासद का चुनाव जीती थीं। उनके सामने उनका प्रतिद्वंदी चुनाव हार गया था। आरोप है कि आरोपी चुनाव से रंजिश रखता है। कालोनी से आते जाते अभद्र टिप्पणी करता है। उन्हें काफी समय से परेशान कर रहा है।
लगाए गंभीर आरोप
सारिका शर्मा ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों को अपना बताकर उसकी फोटो खीचकर अपने द्वारा कार्य कराने की बात कहता है। फोटो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर देता है। इससे उनकी छवि धूमिल हो रही है। पीड़िता का आरोप है कि आरोपी उनके पति रंजन शर्मा के साथ मामूली बात पर मारपीट करने को उतारू रहता है। इसके चलते आरोपी कभी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है। गुरुवार को महिला पार्षद ब्रहमपुरी व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ एसएसपी दफ्तर पहुंची और एसएसपी को मामले की जानकारी दी।