ईद मिलन समारोह रद्द होने के विरोध में दिए गए ज्ञापन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर आपत्तिजनक टिप्पणी से कैंपस में माहौल गरमाया

मेरठ। सीसीएसयू के ऊर्दू विभाग की ओर से आयोजित ईद मिलन समारोह भाजपाई पृष्टभूमि के छात्रों की आपत्ति के चलते रद्द कर दिए जाने के बिरोध में प्रो. वीसी को दिए गए ज्ञापन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के आरोप के साथ ही कैंपस में धर्म संसद बुलाए जाने तथा हिन्दू वादी नेता यति नरसिम्हानंद को नफरती करार दिया गया है। ज्ञापन शान मोहम्मद, सपा के हैविन खान, आरिफ इमरान, अनस कमालपुर, वसीम नंबरदार, अजीम प्रधान, आरफीन चौहान, सपा के युवा चेहरा शेरा जाट, माेनू गुर्जर, शान अहमद आदिन ने प्रो. वीसी मृदुल गुप्ता को दिया गया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि असलम जमशेदपुरी परपंरागत रूप से हर साल ईद मिलन समारोह हिन्दू मुस्लिम एकता के रूप में कराते हैं उसमें सभी वर्ग व संप्रदाय के लोग शामिल होते हैं। सीसीएसयू के अधिकारी व प्रोफेसर भी शामिल होते हैं। कभी भी इसको किसी भी कारण से रद्द नहीं कराया गया है। फिर इस साल ऐसा क्यों किया गया।
आरएसएस के आयोजनों पर आपत्ति
ज्ञापन मे संघ की ओर से सीसीएसयू में कराए जाने वाले कार्यक्रमों पर आपत्ति दर्ज कराते हुए उन्हें जातिगत करा दिया है। धर्म संसद को विवादित कार्यक्रम करार दिया गया है। साथ ही कार्यक्रमों में यति नरसिम्हानंद बुलाए जाने वाले यति नरसिम्हानंद को नफरती करा दिया गया है। इसके इतर ईद मिलन को भाईचारे का प्रतीक बताया गया है। ज्ञापन को लेकर भाजपाई पृष्ठभूमि के छात्रों ने आस्तीन चढा ली है। माना जा रहा है कि ज्ञापन की क्रिया की बुधवार को प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। हालांकि साइड इफैक्टर मंगलवार को ही नजर आने लगे। यह मामला संघ के कुछ उच्च पदस्थ तथा भाजपा के बड़े नेताओं तक जा पहुंचा है। हिन्दू वादी नेता सचिन सिरोही ने यति को विवादित कराने दिए जाने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए इसका विरोध किए जाने की बात कही है। उन्होंने ज्ञापन की भाषा को आपत्ति जनक बताते हुए वीसी से कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञापन देने वालों पर सवाल
जिन्होंने ज्ञापन दिया उनको लेकर भी सवाल पूछा गया है। ज्ञापन देने वालों में शामिल शान मोहम्मद को सीसीएसयू से ब्लैक लिस्टेड बताते हुए प्रो. वीसी के कक्ष तक उनके पहुंच जाने पर सीसीएसयू प्रशासन पर ही सवाल खड़े किए गए हैं। हिन्दूवादी नेता सचिन सिरोही ने पूछा है कि यदि वाकई शान मोहम्मद ब्लैक लिस्टेड हैं तो फिर वो प्रो. वीसी के कक्ष तक कैसे पहुंच गए। प्रो वीसी उनसे कैसे और क्यों मिले। ऐसा क्या कारण है जो प्रो. वीसी एक ब्लैक लिस्टेड से मिल रहे हैं। यह भी आरोप है कि शान मोहम्मद साल 2023 में किठौर के हिजाब प्रकरण के चलते जेल भेजे गए थे। इसके अलावा साल 2023 में रजिस्ट्रार आफिस के नीचे फायर की वायरल हुए वीडियो में भी वीडियाे में नजर आ रहे अन्य के साथ उनको भी जेल भेजे जाने की बात बतायी जा रही है। इस संबंध में शान मोहम्मद से संपर्क का प्रयास किया लेकिन बात नहीं हो सकी।
कैंपस में विवाद नहीं उचित: विनीत चपराना
छात्र नेता विनीत चपराना ने ईद मिलन के ज्ञापन में जो कुछ लिखा है उस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना है कि बेहतर होता यदि शिक्षा से जुडे मुद्दों को लेकर आवाज उठायी जाती। दिक्कत ईद मिलन के कार्यक्रम से नहीं बल्कि उसको लेकर जिस प्रकार का माहौन बना गया आपत्ति उस पर है। वैसे भी कैपस में बजाए हिन्दु मुसलमान करने के यदि शिक्षा की बात की जाए तो यहां पढ़ने वाले बच्चों का भी भला होगा। यदि नफरती बातें करनी हैं तो फिर कैंपस से दूरी बना लेनी चाहिए। नफरती बातों के लिए कैंपस में कोई जगह नहीं है।
हमलावरों से ये रिश्ता क्या कहलाता है
जो जिस हाल में था जान बचाकर भागा