ऋषभ: घर-घर अलख जाएंगे शरद, सदर जैन समाज के सपने को टूटने से बचाने को तथा मेरठ छावनी वेस्ट एंड रोड मंदिर मार्ग स्थित ऋषभ एकाडेमी को बचाने के लिए संस्थापक सदस्य शरद जैन ने सत्याग्रह का एलान किया है। उन्होंने कहा कि जिस सपने को लेकर समाज के उनके बुजुर्गों ने दिन मेहनत कर एक-एक पाई जोड़कर शिक्षा के इस मंदिर का निर्माण कराया था, उसकी संपदा को यूं लूटने नहीं दिया जाएगा। सदर दुर्गाबाड़ी स्थित 1008 श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर की श्री जिनेन्द्र पार्श्वनाथ शिक्षा परिषद का गठन कर जब ऋषभ का सपना देखा गया था तथा इस सपने को सकार करने वालों ने शायद कभी सोचा नहीं था कि स्कूल के बच्चों की फीस को यूं खुर्दबुर्द किया जाएगा। शरद जैन ने सवाल किया कि जब हाईकोर्ट का स्पष्ट आदेश है कि फीस केवल बैंक द्वारा जमा की जाएगी तो क्या दस्ती फीस ली जा रही है। चैक द्वारा टीचरों व स्टाफ काे भुगतान क्यों नहीं दिया जा रहा है। शरद का कहना है कि मंदिर पूरे समाज का है और श्री जिनेन्द्र पार्श्वनाथ शिक्षा परिषद मंदिर का अंग है तथा ऋषभ एकाडेमी शिक्षा परिषद द्वारा संचालित की जाती है। उनका कहना है कि विवाद नहीं चाहते। वैसे भी जैन समाज की परंपरा कोर्ट कचहरी या पुलिस थाना की नहीं रही है। लेकिन वर्तमान में ऐसे हालात पैदा कर दिए गए हैं कि आए दिन शिक्षा के मंदिर ऋषभ में पुलिस आती है। हंगामे होते हैं, क्या इसीलिए ऋषभ एकाडेमी बनाई गई थी। शरद जैन ने जो देकर कहा कि अब वक्त आ गया है कि सदर जैन समाज के युवा और बुजुर्ग दोनों ही आगे आएं। सभी को साथ लेकर बैठें और विवाद का निपटारा आपसी सहयोग से किया जाए। रंजीत जैन की जमानत में जिस प्रकार से अड़चनें डाली जा रही हैं वह पूरे जैन समाज से पूछते हैं क्या वह उचित है। क्या रंजीत जैन कोई आतंकी है जो इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा समाज सोचे।