सड़क पर नमाज के सवाल पर बवाल

kabir Sharma
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मेरठ। सड़क पर नमाज के सवाल पर सोमवार को रेलवे रोड के ईदगाह चौराहे पर जमकर बवाल हुआ। सड़क एक ओर डीएम और एसएसपी समेत पुलिस प्रशासन का पूरा अमला था और उस पार सड़क पर नमाज पर रोक लगाए जाने के फैसले का जबरदस्त तरीके से विरोध किया जा रहा था। ईद की नमाज के बाद जो कुछ भी ईदगाह के सामने हुआ उससे इतना तो जरूर है कि पुलिस प्रशासन के खुफिया तंत्र यानी एलआईयू की सक्रियता की पोल खुल गई। तमाम आला अधिकारी बार-बार एलआईयू को सक्रिय रहने की हिदायत दे रहे थे, लेकिन एलआईयू ने कितनी सक्रियता बरती, यह डीएम व एसएसपी की मौजूदगी में हुए मुसलमानों के विरोध प्रदर्शन ने साफ कर दिया। विरोध प्रदर्शन अचानक नहीं था, पहले से इसकी तैयारियां थीं। विरोध करने वाले बाकायदा एक प्रिटेड पोस्टर लेकर हंगामा कर रहे थे। प्रिटेड पोस्टर एकदम नहीं तैयार किया जा सकता, उसको पहले आर्डर देकर बनवाया जाता है, ऐसा ही सड़क पर नमाज के सवाल पर हुए बवाल के मामले में हुआ है। वहीं दूसरी ओर मुरादाबाद व सहारनपुर से ईद की नमाज के बाद झड़प व हंगामे की सूचनाओ के बाद मेरठ में भी फोर्स हाईअलर्ट पर है। मेरठ में जहां प्रशासन व पुलिस ने शांति पूर्वक नमाज संपन्न कराने में तमाम पुख्ता इंतजाम किए थे वहीं दूसरी ओर मुरादाबाद व सहारनपुर में तमाम इंतजाम धरे के धरे रह गए। वहां हंगामा हो गया।

ईद की नमाज निपटने के बाद जब तमाम लोग तेजी से घरों की ओर बढ़ रहे थे उसी दौरान अचानक ईदगाह के सामने सड़क के उस पार कबाड़ी बाजार की ओर जाने वाले रास्ते पर जमा मुसलमानों ने सड़क पर दस मिनट की नमाज का विरोध क्यों का पोस्टर हाथ में लेकर हंगामा व नारेबाजी शुरू कर दी। फोर्स व अधिकारी शायद इसके लिए तैयार नहीं थे, जब तक कुछ समझ पाते, बड़ी संख्या में लोग भीड़ की शक्ल में वहां जमा हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा कर रही भीड़ की ओर सीओ व कई इंस्पेक्टर व पुलिस वाले तेजी से लपके, लेकिन जहां पोस्टर लहराया जा रहा था, वहां पहुंचने में थोड़ी देर लग गयी। इस बीच ऊंचे कद के सिपाही ने पोस्टर हाथ से छीन लिया और तेजी से ईदगाह की ओर लपता, लेकिन उसको भीड़ ने घेर लिया और ईदगाह चौराहा पार करने से पहले ही सिपाही से पोस्टर छीनकर दोबारा से लहराना शुरू कर दिया। तब तक वहां काफी भीड़ जमा हो चुकी थी। हंगामा और नारेबाजी शुरू हो गयी।

पोस्टर लेकर हंगामा करने वालों को किसी प्रकार प्रशासन व पुलिस के अफसरों के करीबी माने जाने वाले मुसलमानों ने ही शांत किया। जो लोग हंगामा कर रहे थे उनका कहना था कि तमाम धर्म व संप्रदाय के लोग अस्था के अनुसार धार्मिक कार्य करते हैं। लेकिन उनको लेकर कभी मुसलमानों ने एतराज नहीं किया। कांवड़ यात्रा हो या फिर 9 दिन चलने वाले नवरात्र उत्सव अथवा कुंभ सरीखे आयोजन, कभी इनको लेकर किए जाने वाले बंदोबस्त को लेकर एतराज नहीं किया गया। फिर दस मिनट की नमाज को लेकर हंगामा है क्यों बरपा किया जा रहा है। उनके सवालों का जवाब वहां पहुंचे अफसरों के पास नहीं था। वो केवल शांति रखो-शांति रखों समझाते रहे। उन्हीं की तर्ज पर अफसरों के करीबी माने जाने वाले मुस्लिमों ने समझा बुझाकर उन्हें किसी प्रकार वहां से हटाया। भीड़ के हट जाने के बाद भी डीएम व एसएसपी समेत पुलिस प्रशासन के तमाम अधिकारी तब तक वहां डटे रहे जब तक कि ईदगाह से तमाम लोग निकल नहीं गए।

उत्तर प्रदेश के मेरठ में ईद की नमाज के बाद दो पक्षों में जमकर संघर्ष हुआ। यहां सिवाल खास में नमाज के बाद मुस्लिमों के दो पक्षों में फायरिंग पथराव भी हुआ। संघर्ष में छह से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। कस्बा सिवालखास में सोमवार को ईद की नमाज पढ़ने के बाद मुस्लिम समाज के लोग फातिया पढ़ने के लिए नहर वाले कब्रिस्तान में जमा थे। इस दौरान फातिमा पढ़ने के दौरान दो पक्षों में एक दिन पूर्व हुए विवाद को लेकर कहासुनी हो गई। कहासुनी के बाद बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों में लाठी डंडे चल गए। इस दाैरान जमकर मारपीट हुई और पथराव भी हुआ। कई लोगों के सफेद कुर्ते पायजामों कीचड़ भी उछाला। दोनों पक्षों के बीच कई राउंड फायरिंग भी हुई। घटना से माैके पर भगदड़ मच गई। ग्रामीणों के अनुसार विवाद नियात और बदाम खानदानों के बीच हुआ है। जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा व्यक्ति घायल हुए हैं। पुलिस मौके पर है। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया जा रहा है।

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