MEERUT/ एचएच-58 पर पल्लवपुरम थाना क्षेत्र के मोदीपुरम में डंपर की चपेट में आकर बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गयी। घटना से गुस्साई भीड़ ने शव को सड़क पर रखकर हाइवे जाम कर दिया। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी। इस दौरान भीड़ ने डंफर में आग लगाने का प्रयास किया। एक युवक ने आत्मदाह करने का भी प्रयास किया। उसको रोकने के प्रयास में एक पुलिस कर्मी की वर्दी फट गयी। इसके बाद पुलिस वालों ने हादसे को लेकर हंगामा करने वाला जो भी सामने आया उसे लाठियों से बुरी तरह पीटा।
भीड़ का हादसा करने वाले डंफर फूंकने का प्रयास, पुलिस ने जमकर चलायी लाठी, अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था सचिन, टूटा दुखों का पहाड़
शनिवार की रात पल्लवपुरम से पावली खास जाने वाली रोड पर कांटीनेंटल कंपनी के गेट के सामने हाईवे की ओर आ रहे डंपर ने सामने जा रहे बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही दोनों युवक सड़क पर गिरे, जो डंपर की चपेट में आ गए। जिनमें से 17 वर्षीय गोविंद कश्यप पुत्र प्रमोद निवासी पावली खास गांव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा युवक पल्हैड़ा निवासी 18 वर्षीय सचिन पुत्र महकार गंभीर हालत घायल हो गया। अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया। गोविंद छात्र था जबकि सचिन मजदूरी करता था।
हादसे गुस्साई भीड़ ने शव कॉन्टिनेंटल के सामने सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। हादसे की सूचना पर तुरंत पल्लवपुरम पुलिस मौके पर पहुंच गयी। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वहां काफी लोग जमा हो गए थे। कुछ ने डंफर में आग लाने का प्रयास किया। मृतक के भाई गौरव ने खुद को आग लगाने का प्रयास किया। उसको बचाने के प्रयास में एक पुलिस कर्मी की वार्दी भी फट गयी। वर्दी फट जाने के बाद पुलिस वालों ने आपा खो दिया और मृतक के परिवार को जो भी सामने आया उसको बुरी तरह पीटा। मृतक का भाई गौरव पुलिस से उलझ गया। वहां हंगामा हो गया। सूचना पर बाद में सीओ दौराला प्रकाश चंद्र भी वहां पहुंच गए। पुलिस को शव कब्जे में लेने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। दोनों के शव पोस्टमार्टम को भेज दिए। हंगामा करने के आरोप में पुलिस ने चार के हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया। इस हंगामे में दुल्हेड़ा चौकी इंचार्ज शेखर और कांस्टेबल राहुल मलिक के पैर में चोट आई है। पुलिस ने मौके से आरोपी चालक को हिरासत में लिया और उसके मोबाइल फोन को भी बरामद किया है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
सड़क दुर्घटना में मारे गए दोनों युवकों के बाद उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है एक तरफ जहां गोविंदा के परिजनों का रो-रो कर पूरा हाल है वहीं दूसरी ओर सचिन के परिजन भी सदमे में है पांच बहनों और एक भाई की जिम्मेदारी सचिन के सर पर थी सचिन के पिता पैरालाइज हैं और फिलहाल घर पर ही रहते हैं सचिन परिवार में अकेला कमाने वाला सदस्य था। सचिन फिलहाल ग्रेजुएशन का छात्र था और दयावती मोदी अकैडमी के पास कहीं नौकरी कर रहा था। सचिन का छोटा भाई फिलहाल अभी हाई स्कूल में है। दूल्हेड़ा चौकी इंचार्ज शेखर और कांस्टेबल राहुल मलिक के पैर में चोट आई है।
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