सांसद व वीसी पहुंचे – NIJT, मेरठ के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी (NIJT) के प्रबंधन को एक उम्मीद की नई किरण नजर आई। सांसद राजेंद्र अग्रवाल व चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर संगीता शुक्ला और प्रो. वाइस चांसलर वाई विमला ने वेदव्यास पुरी स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी पहुंची उन्होंने इंस्टिट्यूट की लैब, क्लासरूम, मशीनरी और इंफ्रास्ट्रक्चर , डायमंड ग्रेडिंग टूल्स, माइक्रोस्कोप आदि सभी की गहनता से जांच की। इस दौरान सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी के प्रबंध तंत्र की सराहना की। उन्होंने कहा कि हम शीघ्र ही मेरठ के ज्वेलरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी के साथ संयुक्त रूप से एक एमओयू साइन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी जुलाई माह से डिग्री कोर्सेज शुरू हो जाएंगे। सांसद ने बताया कि इससे मेरठ के आभूषण निर्माण व्यवसाय को एक नई दिशा मिलेगी। इस इंस्टिट्यूट के अंतर्गत पढ़ने वाले छात्रों को रोजगार की गारंटी रहेगी एवं उनकी कुशलता की मांग पूरे देश में रहेगी। कुछ समय पहले राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के मेरठ दौरे के समय मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने उनसे इस संबंध में बातचीत की थी और इंस्टीट्यूट ऑफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के साथ एफिलिएशन के संबंध में वार्ता भी की थी। कुलाधिपति ने यूनिवर्सिटी की वीसी को निर्देशित किया था कि ज्वैलरी से संबंधित कोर्सेज तुरंत शुरू करने के प्रयास किए जाएं। ताकि स्थानीय छात्रों को इसका लाभ मिल सके व मेरठ के ज्वेलरी सेक्टर को भी कुशल वर्क फोर्स मिल सके। सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा की मेरठ की ज्वेलरी इंडस्ट्री के लिए NIJT मील का पत्थर साबित होगा तथा यहां से जो छात्र शिक्षा ग्रहण करेंगे वह पूरे भारत में मेरठ का नाम रोशन करेंगे। साथ ही मेरठ की ज्वैलरी इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने के लिए भी NIJT बहुत ही उपयोगी साबित होगा। इस दौरान मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के संरक्षक रवि प्रकाश अग्रवाल,अध्यक्ष प्रदीप कुमार अग्रवाल, महामंत्री विजयआनन्द अग्रवाल , उपाध्यक्ष आकाश प्रकाश मांगलिक, अशोक रस्तोगी, दीपक रस्तोगी, प्रचुर सिंहल, सांसद प्रतिनिधि हर्ष गोयल आदि उपस्थित रहे।