सरकार है फिर भी बैकफुट पर भाजपाई, जन्माष्टमी पर्व के मौके पर लालकुर्ती पंचायती मंदिर से निकाली जा रही शोभायात्रा में प्रशासन की अनुमति के बगैर बजाए जा रहे डीजे की पैरवी को पहुंचे कैंट विधायक और महापौर को थाने में निरूत्तर होना पड़ गया। दरअसल हुआ यह कि मेरठ के लालकुर्ती पंचायती मंदिर से हर साल की भांति शाम को शोभायात्रा निकाली जा रही थी। शोभायात्रा में एक ठेले पर भारी भरकम डीजे लगवाए गए थे। इसके अलावा छोटा बाजार में चमन टेंट व बड़ा बाजार में परिंदे बेचने वालों ने भी बड़े-बडेÞ डीजे लगाए थे। कुछ लोगों ने संभवत: इसकी शिकायत की थी। इसके बाद इंस्पेक्टर लालकुर्ती योगेन्द्र सिंह लालकुर्ती बड़ा बाजार पहुंच गए, जहां से होकर शोभायात्रा गुजारी जा रही थी। जो भी डीजे बजा रहे थे लालकुर्ती पुलिस ने जब उनसे डीजे बजाने को प्रशासन की अनुमति दिखाने को कहा तो वह इधर उधर की बात करने लगे। इंस्पेक्टर ने दो टूक कह दिया कि प्रशासन की अनुमति के बगैर डीजे नहीं बजाने दिया जाएगा। शोभा यात्रा का आयोजन करने पंचायती मंदिर समिति के पदाधिकारी भी वहां पहुंच गए। उन्होंने प्रशासन की अनुमति होने का दावा किया, लेकिन जब अनुमति दिखाने की बारी आयी तो मंदिर समिति ने साल 2022 यानि पिछले साल ली गयी अनुमति दिखा दी। लेकिन इस साल डीजे बजाने की अनुमति नहीं दिखा सके। इस पर इंस्पेक्टर लालकुर्ती ने दो टूक कह दिया कि डीजे नहीं बजाने दिया जाएगा। बस फिर क्या था, शोभायात्रा में शाामिल भाजपाइयों ने वहां हंगामा शुरू कर दिया। भाजपा नेताओं के फोन घनघना दिए। कुछ ही देर में कैंट विधायक अमित अग्रवाल, महापौर हरिकांत अहूवालिया और शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े कमलदत्त शर्मा थाना लालकुर्ती में पहुंच गए। डीजे बजाने को लेकर थाने में इंस्पेक्टर और कैंट विधायक के बीच जमकर बहस हुई। लेकिन इंस्पेक्टर ने दो टूुक कह दिया कि प्रशासन की अनुमति से ही डीजे बजाने दिया जाएगा। इंस्पेक्टर की रूख से भाजपाइयों का पारा हाई हो गया। इस बीच लखनऊ काल मिला दी गयी। लेकिन जितनी तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा था, उसनी तेज आवाज में डीजे बजाने की अनुमति नहीं दी गयी। डीजे को जो कॉलम लगाए गए थे, उन्हें कम कराया गया। साथ ही आवाज भी कम करायी गयी, तब कहीं जाकर डीजे बजाने की अनुमति दी गयी। वो भी केवल रस्म अदायगी भर के लिए। नाम न छापे जाने की शर्त पर भाजपा के गढ कैंट विधानसभा के लालकुर्ती इलाके में रहने वाले एक भाजपा नेता का दर्द जुबां पर आ गया। उसने उलाहना दी कि सरकार होते हुए भी वो बात नहीं जो होनी चाहिए।