पीएसी व आरएफ के अलावा बाबा के बाउंसर भी भी
एक हजार पुलिस कर्मियों का अभेदय सुरक्षा चक्र
सुबह 9 बजे से रात दस बजे तक हैवी ट्रैफिक को ना
एसपी सिटी संभालेंगे कथा स्थल की सुरक्षा व्यवस्था
5 एएसपी, 12 सीओ, करीब दो दर्जन इंस्पेक्टर, 22 दरोगा भी शामिल
मेरठ/ बागेश्वर बाबा की हनुमंत कथा के लिए कथा स्थल पर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। कथा स्थल पर किले सरीखा सुरक्षा चक्र बनाया गया है। ओवल आॅल सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपी सिटी संभालेंगे। पांच दिन तक मसलन जब तक कथा संपन्न होती है तब तक एसपीसिटी कथा स्थल पर ही कैंप करेंगे। कथा स्थल पर भारी के अनुमान के चलते वहां एएसपी स्तर के पांच पुलिस अफसर तैनात किए गए हैं। दरअसल कथा स्थल में जोन सरीखे सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। एएसपी स्तर के अफसर कोउसके आसपास के इलाके की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इस तरह से कुल पांच एएसपी लगाए गए हैं। इनके अलावा सर्किल आॅफिसरों की बात करें तो उनकी संख्या 12 रखी गयी है। करीब दो दर्जन इंस्पेक्टर स्तर के पुलिस अफसर तैनात किए गए हैं। साथ ही 200 दरोगा भी यहां लगाए गए हैं। हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल की कुल संख्याा करीब 550 बतायी गयी है। इनके अलावा पीएससी के जवाब और आरएएफ भी तैनात की गई है। सुरक्षा घेरे की बाकि रही सही कसर बाउंसर पूरी करेंगे। लगभग सौ बाउंसरों की तैनाती की जानकारी सुरक्षा इंतजाम संभालने वाले कथा आयोजक की ओर से दी गयी है।
भारी वाहनों की नो एंट्री रात दस बजे तक
जाग्रति विहार एक्टेंशन में बनाए गए हनुमंत कथा स्थल में भारी संख्या में मेरठ के अलावा बाहर से आने वालों की संख्या के मद्देनजर सुरक्षा इंतजामों पर नजर रख रहे पुलिस प्रशासन के अफसरों ने सुबह 9 से रात 10 बजे तक सभी प्रकार के भारी वाहनों के लिए नो एंट्री कर दी है। नो एंट्री के चलते टैफिक के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं खरखौद, काली नदी, बिजली बंबा व कांवड़ा मार्ग आदि से दी गयी हैं जहां से टैÑफिक पास किय जाएगा। इनके अलावा सिविल डिफैंस के लोग भी कथा स्थल पर तैनात किए गए हैं। सुरक्षा के नाम पर भारी भरकम अमला लगाया गया है। अधिकारियों का प्रयास है कि किसी भी स्तर पर शिवकथा के दौरान हुई भदगड़ सरीखी घटना ना होने पाए।
