शांति से आयोजित जहारवीर मेला, मेरठ-31अगस्त । श्रद्धा- आस्था और आपसी सूझबूझ से किसी भी विवाद का निपटारा किया जा सकता है । इस कथन को मेरठ में गुूरूवार को श्री जहारवीर गोगा चौहान की स्मृति में आयोजित किए जाने वाले विशाल छड़ियों के मेले को पूर्ण हर्षोल्लास एवं शांतिपूर्वक ढंग से आयोजित करके आयोजको द्वारा प्रमाणित किया गया। सभी विवादों का पटाक्षेप करते हुए आज सदर बाजार मेरठ कैंट में स्थित भैंसाली मैदान में विशाल छड़ियों का मेला आयोजित किया गया ।श्री जहारवीर गोगा चौहान मेला समिति के द्वारा आयोजित उक्त मेले में मनमोहक और आकर्षक छड़ियों ने श्रद्धालुओं को मंत्र मुग्ध ही नहीं किया बल्कि मेले को पहले से भी अधिक आकर्षक बनाया। मेले में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा कैंट विधायक अमित अग्रवाल एवं पूर्व राज्य मंत्री प्रभु दयाल वाल्मीकि उपस्थित रहे। मेले का उद्घाटन छावनी परिषद मेरठ के अधिशासी अधिकारी श्री ज्योति कुमार जी के द्वारा किया गया तथा ज्योति प्रचण्ड पूर्व उपाध्यक्ष श्रीमती वीना वाधवा जी के द्वारा किया गया ।प्रथम पूजन भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा ,प्रथम तिलक पूर्व सभासद नीरज राठौर एवं माला अर्पण नया बाजार व्यापार संघ के अध्यक्ष प्रदीप यादव के द्वारा किया गया ।समारोह का संचालन समिति के संरक्षक एवं वरिष्ठ ट्रेड यूनियन नेता विनोद कुमार बेचैन के द्वारा किया गया तथा अध्यक्षता मोनिंदर सूद वाल्मीकि द्वारा की गई । मेले में मौहल्ला पौदीवाडा़ ,जय भीम नगर, तोपखाना ,रजबन बाजार, गढ़ईया मौहल्ला, कंकरखेड़ा एवं मौ.अलीम पुरा से सभी भक्तजन अपनी-अपनी विशाल छड़ियों के साथ मेले में पधारे और मेले की शोभा बढ़ाई । इस अवसर पर श्री जहारवीर गोगा चौहान बाबा जी का गुणगान भी किया गया । गुणगान करने वालों में दिल्ली से मंगतराम खलीफा , ताराचंद सूद ,आनंद खलीफा सोनीपत ,जीतू खलीफा ,संदीप खलीफा, सुभाष खलीफा और भारत खलीफा द्वारा भजनों के माध्यम से बाबा का गुणगान किया गया । ओ रानी बाछल ने सेवा करी- रात दिन धरके ध्यान ——-
जादूगरी में सरनाम हुआ है सूबा बंगाल ——सिद्ध पुरुष जहां पैदा हुए हैं जोगी के लाल आदि भजनों पर श्रद्धालु झूमे । उक्त आयोजन में मेला समिति केअध्यक्ष राजू पेंटर ,महामंत्री वीरेंद्र (बिट्टू ),कोषाध्यक्ष मुकुल कुमार गहलोत ,कार्यकारीअध्यक्ष सूरज सिंह टांक,मुख्य सलाहकार भारत सिंह आजाद , कैलाश चंद गहलोत, शेखर भगत जी ,राकेश भगत जी,सुधीर भगत जी ,अमित भगत जी ,संजू भगत जी, अजय सिंह महरौलिया ,सुरेश टांक, विजय पार्चा, मोहन गहलोत, विकास गहलोत, रंजीत टांक,नीरज बेनीवाल ,सोनू वैद अर्जुन करोतिया , मनीष भुरंडा आदि का विशेष योगदान रहा।