पति सौरभ राजपूत की हत्या में बंद मुस्कान का मिली मुंह मांगी मुराद, जेल में काम करने से भी मिली आजादी और अब जेल में भी जुदा नहीं मुस्कन साहिल। उन्हें यह बड़ी राहत और मुस्कान को मुंह मांगी मुराद मिल गयी।
MEERUY/ सलाखों के पीछे अब राम से लौ, प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर पति सौरभ राजपूत को दर्दनाक मौत देने वाले मुस्कान अब जेल की सलाखों के पीछे राम से लौ लगाएगी। इसके लिए मेरठ हापुड़ संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सांसद अरुण गोविल ने जिला कारागार पहुंचकर सलाखों के पीछे रह रहे मुस्कान व उसके प्रेमी को रामायण भेंट की है। साहिल शुक्ला और मुस्कान को जेल में भी मिली मुंह मांगी मुराद, मुस्कान अब जेल की सलाखों के पीछे राम से लौ लगाएगी/
नवरात्र में सौगातों की बारिश

जेल में बंद साहिल शुक्ला और मुस्कान के लिए नवरात्र सौगातों की बारिश लेकर आया है। सौगात कैसे मिलीं यह विषय नहीं लेकिन हां सौगात मिल गयी हैं। बड़ी सौगात जेल की सलाखों में रहते हुए भी दोनों एक दूसरे के करीब आ सकेंगे। जेल में भी जुदा नहीं मुस्कान साहिल, जेल में उन्हें अब काम नहीं करना पडेगा और सबसे बड़ी सौगात मुस्कान को मिली है कि उसका मुकदमा फ्री लड़ने के लिए महिला वकील मुहैय्या करा दी गयी है।
लंबरदार व बंदी रक्षक आगे
सौरभ की बेरहमी से हत्या करने वाले साहिल और मुस्कान की मदद को जेल के लंबरदर व बंदी रखक आगे आए हैं। बताया गया है कि साहिल की गिनती काटने को जेल के लंबरदारों और बंदी रक्षकों ने रकम एकत्र कर जमा की। यानी अब हत्यारोपी साहिल को जेल में कोई काम नहीं करना पड़ेगा। इसी तरह से मुस्कान को भी फिलहाल जेल में कोई काम नहीं दिया जा रहा है। सौरभ के परिवार ने दोनों को पूर्वांचल की जेलों में शिफ्ट करने की मांग की।
जेल के अंदर कोई नहीं करना काम

शनिवार को साहिल और मुस्कान को मुलाहिजा बैरक से अंदर शिफ्ट कर दिया गया। साहिल को 18ए बैरक में भेजा गया है, जबकि मुस्कान को महिला बैरक में भेज दिया। दोनों की गिनती भी काट दी गई है। दरअसल, जेल में गिनती काटने के लिए पैसे जमा कराए जाते हैं, जिस बंदी की गिनती कट जाती है। उसे जेल के अंदर कोई काम नहीं करना पड़ता है। सौरभ की मां रेणू ने बताया कि साहिल की गिनती कटाई के लिए जेल के लंबरदार और बंदी रक्षकों ने खुद रकम जमा की है। इसी तरह से मुस्कान की भी गिनती काटने को रकम जमा हो चुकी है। यानी जेल प्रशासन दोनों हत्यारोपियों की जेल में पूरी तरह से मदद कर रहा है। ऐसे में पीड़ित परिवार ने सीएम पोर्टल पर जेल अधीक्षक वीरेश राज की शिकायत की है। उनका कहना है कि किसके इशारे पर जेल अधीक्षक दोनों हत्यारोपियों की मदद कर रहे हैं। उसकी जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही दोनों को बाहर की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट करने की मांग की है।
मुस्कान और साहिल की बंदी रक्षकों से गुहार

जेल अधीक्षक वीरेश राज ने बताया कि जेल नियमावली के मुताबिक ही दोनों बंदियों की मदद की जा रही है। उन्होंने वकील कहा, तो सरकारी वकील मुहैया कराए गए हैं। गिनती कटाई की रकम किसने दी है, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है।
जेल के अंदर मिलने की मांग कर रहे मुस्कान और साहिल मुस्कान और साहिल जेल के अंदर मिलने की मांग कर रहे हैं। लगातार बंदी रक्षकों से गुहार लगा चुके हैं। जेल प्रशासन का कहना है कि फिलहाल दोनों को अलग रखा जा रहा है। अभी तक दोनों को आपस में मिलने नहीं दिया। मुस्कान से कोई उसका परिचित भी मिलने नहीं आया है। साहिल से उसकी दादी पुष्पा एक बार मिलकर जा चुकी हैं।