पावर के कुछ अफसर फ्यूज उड़ाने पर उतारू, मेरठ सीएम योगी की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का पावर महकमे के कुछ अफसर फ्यूज उड़ाने पर उतारू हैं। ऐसे ही एक मामले की शिकायत आरटीआई एक्टिविस्ट पं. नरेश शर्मा सोमवार को एमडी पीवीवीएनएल से करेंगे। उन्होंने बताया कि बिजली महकमे में अब आॅन लाइन रिश्वत की सुविधा दी जा रही है। ऐसा ही एक मामला मलियाना बिजलीघर का सामने आया है। आरोप है कि ईडीडी-1 मलियाना बिजली घर से 3-किलोवॉट कनेक्शन लेने के लिए उपभोक्ता रवि सैनी पुत्र महेश सैनी भोला रोड पैसा जमा कर रिश्वत खिलाने के बावजूद मीटर लगवाने के लिए दर-दर भटकता रहा, जबकि आवेदन को करीब एक महीना हो गया था, पैसा जमा किए 10 दिन हो गए थे तो पहले कागजों में कमी बता कर कई दिन विलंब कर दिया। उसके बाद बार-बार आॅफिस के चक्कर कटाए जाते रहे। अवर अभियंता ने भी अपने अधीनस्थ कर्मचारी से बात करने को कहा। बकौल पीड़ित अधीनस्थ कर्मचारी का कहना था कि उसका काम केवल टीफआर लगाना है और कुछ नहीं, आखिर में कंप्यूटर आॅपरेटर पंकज लाइनमैन अनीश व नौशाद ने आॅनलाइन 450 रुपये विद्युत सुरक्षा निदेशालय के चालान के लिए जिसकी रसीद नहीं दी और कहा कि कनेक्शन हो जाएगा। आरोप है कि इसके बाद भी दावत के नाम पर दो हजार की डिमांड की गई, जिसकी शिकायत अवर अभियंता और उपखंड अधिकारी से की। आरोप है कि शिकायत के बाद भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, देरी होने पर पर मजबूरन उपभोक्ता ने एक हजार रुपए कैश व एक हजार आॅनलाइन भेज दिये। पीड़ित ने बताया कि कोई भी कर्मचारी फोन पर कोई बात नहीं करते। इनसे आॅफिस या आॅफिस के बाहर महफूज जगह में जाकर मिलना होता है। आरटीआई एक्टिविस्ट पं. नरेश शर्मा ने जानकारी दी कि पीड़ित उनसे मिला। उसके बाद अधिशासी अभियंता को जानकारी दी गयी। उनके कहने पर उपखंड अधिकारी व अवर अभियंता ने दसवें दिन आकर मीटर लगवाया। उसके बाद भी लाइनमैन सोनू मीटर लगाने का दो सौ चार्ज मांग रहा था । उन्होंने बताया कि इस लेनदेन के सारे साक्ष्य एमडी को सौंप कर हर काम के पैसे मांगने वाले कर्मचारियों की बर्खास्तगी की मांग की जाएगी।