भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कमिश्नरी सोनिया व राहुल के पुतले फूंके, नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ चार्जशीट की है
मेरठ/ भाजपा जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के तमाम इंतजामों के बावजूद राहुल व सोनिया का पुतला दहन भी किया और कमिश्नरी पर एक स्कार्पियो की छत पर खडे होकर पेपर दहन भी किए। पुलिस वाले लाचार बने रहे।
नेशनल हेराल्ड केस मामले को लेकर भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने एक दिन पहले कांगे्रस नेता सोनिया गांधी व सांसद राहुल गांधी के पुतले कमिश्नरी पर दहन करने का एलान किया था। दोनों नेताओं के पुतले दहन को रोकने के लिए पुलिस वाले मुस्तैद थे। पुलिस वालों को यह पता चल गया था कि काले रंग की स्कार्पियो में राहुल व सोनिया के पुतले रखे हुए हैं। इसके बाद पुलिस काले रंग की स्कार्पियो की घेराबंदी में लग गयी। यह स्कार्पियो पहले कमिश्नरी पर थी, वहां से स्टेडियम की ओर चल दी। उसके पीछे पुलिस की गाड़ी लग गयी। स्टेडियम से घूमकर यह स्कार्पियो कमिश्नरी पर आ गई। कमिश्नरी से गच्चा देकर दोबार स्टेडियम पहुंच गयी और कार्यकर्ताओं ने वहां कांग्रेस नेताओं के पुतले दहन कर दिए। वहां से स्कार्पियो दोबार कमिश्नरी पर पहुंच गयी। यहां पहुंचने के बाद पुलिस वालों ने स्कार्पियो को घेरकर उसमें रखे पुतले निकाल कर तेजी से थाना सिविल लाइन पहुंचा दिए। उसके बाद एक कार्यकर्ता स्कार्पियो की छत पर जा चढ़ा और उसने इस केस से संबंधित कुछ पेपरों का दहन किया।
पुलिस वाले केवल तमाश भर देखते रहे।
भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष अध्यक्ष अंकुर कुशवाह ने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ चार्जशीट की है। इससे साफ है कि भ्रष्टाचार और यह पूरा मामला 90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर देश की संपत्ति पर अवैध कब्जा करने का है। यह मामला केवल आर्थिक अपराध नहीं, बल्कि जनता के विश्वास के साथ विश्वासघात है। संगठन के जिलाध्यक्ष मोहन गुर्जर ने मांग की कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी जनता के सामने आकर स्पष्ट करें कि इस लेनदेन में पारदर्शिता क्यों नहीं बरती गई। कांग्रेस पार्टी बताए कि जनता के पैसों से दिए गए कर्ज को एक निजी कंपनी को क्यों ट्रांसफर किया गया। न्यायिक प्रक्रिया को बिना किसी राजनीतिक दबाव के शीघ्र पूरा किया जाए। इसको लेकर कार्यकर्ता पूरे देश में युवाओं को जागरूक करेंगे कि कैसे भ्रष्टाचार के माध्यम से कुछ परिवारवादी दल लोकतंत्र को बंधक बनाने की कोशिश करते हैं। भारत भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलेगा। युवा अब न तो चुप हैं, न कमजोर। प्रदर्शनकारियों में विनोद जाटव, पीयूष शर्मा, मीडिया प्रभारी विक्रम शर्मा, आकाश शर्मा, राहुल चौहान, बदल चौधरी, अक्षय भड़ाना, अम्बर अग्रवाल, अक्षित त्यागी, अनमोल त्रिपाठी, प्रशांत सूर्यवंशी, काजू शर्मा, शेखर त्यागी, सुन्दर चौहान,अश्वनी राणा आदि भी शामिल रहे।
गनीमत रही कि नर्सिंगहोम में मरीज नहीं था
खुदा खैर करे! कहीं भी महफूज नहीं मासूम