STF: दो लाख की जाली करेंसी के साथ तीन दबोचे, तजतर्रार STF ने दो लाख की नकली करेंसी के साथ तीन शातिर दबोचे हैं। इनमें से एक मुनगर का हिस्ट्रीशीटर भी है। STF की यह एक बड़ी कामयाबी है। आरोपी दिल्ली-NCR के बाजारों में 35 प्रतिशत कमीशन पर फेक करेंसी को बेचते थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पप्पू तुल्हेड़ी जिला मुजफ्फरनगर, देशपाल उर्फ पप्पू निवासी सरधना, ऋषि कुमार निवासी मुंडाली कैथवाड़ा के रूप में की है। एसटीएफ एएसपी मेरठ ब्रिजेश सिंह ने बताया कि मेडिकल थाना क्षेत्र के हनुमान विहार भड़ाना डेरीवाल वाली गली में मकान में दबिश देकर नकली नोटों को पकड़ा गया है। दिल्ली व एनसीआर में नकली नोट चलाने का गोरखधंधा करते थे। आरोपी पप्पू तुल्हेडी ने बताया कि जब वह जेल में बंद था। उसी दौरान उसकी मुलाकात जेल में धनपाल निवासी खाता थाना फलावदा मेरठ एंव देशपाल निवासी ग्राम मूलहेडा थाना सरधना मेरठ (जो चोरी के केस में बन्द थे) से हुई थी।। जमानत पर छूटने के बाद धनपाल ने पप्पू तुल्हेडी की मुलाकात अपने गांव के रहने वाले कलुआ (जिसका पूर्व में फोटो स्टूडियों था) से कराई थी। पप्पू तुल्हेडी एवं देशपाल तथा कलुआ तीनों मिलकर पिछले 6 महीने से 35 प्रतिशत कमीशन पर जाली करेंन्सी को बेचने का काम कर रहें थे। पप्पू तुल्हेडी ने पूछताछ पर बताया कि उसकी उम्र लगभग 35 साल है। वो छठवीं पास है। पिछले 10 सालों से अपराध की दुनिया में सक्रिय है। सबसे पहले चोरी के केस में जेल गया था। जेल से बाहर आने पर उसने हत्या, लूट, चोरी जैसा अपराध किया और जेल भी गया। पप्पू तुल्हेडी पर मेरठ के दौराला, बहसूमा, परीक्षितगढ़ सहित अन्य थानों में 15 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। वहीं. दूसरे आरोपी देशपाल उर्फ पप्पू पर मेरठ, सरधना, सरुरपुर थाने में तीन और बुढ़ाना मुजफ्फरनगर में एक मुकदमा दर्ज है। लूट चोरी के पांच मुकदमे दर्ज हैं। हाल ही दोनों जेल से जमानत पर रिहा हुए थे।पप्पू तुल्हेडी थाना मीरापुर मुजफ्फरनगर का हिस्ट्रीशीटर है। जिसका नम्बर 42 ए है ।