मेरठ। बारिश और तूफान को बीते तीन दिन का वक्त गुजर चुका है। शहर के कई इलाकों में ना बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी है ना पानी मिल पा रहा है। बिजली मिल भी रही है तो किश्तों में। हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारी बारिश और आंधी तूफान के बाद टूटे दरख्तों शनिवार तक पूरी तरह से साफ नहीं कराए जा सके। रास्ते बंद हैं। पब्लिक मुसीबत उठाने को मजबूर हैं और अफसरों की बात करें तो हालात बता रहेहैं कि पब्लिक भले ही पस्त हो लेकिन अफसर मस्त हैं। शहर रुड़की रोड स्थित एमईएस बिजलीघर से जुड़े इलाकों में आधी तूफान ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया। आंधी तूफान के बाद पूरे चौबीस घंटे बाद एमईएस इलाके से जुड़े कुछ इलाकों की लाइट चालू की जा सकी, लेकिन निरंतरता नहीं थी किश्तों में लाइट दी जा रही थी। लेकिन पीएसी डाकघर, कैश कालेज सरीखे अनेक इलाकों में बत्ती शनिवार तक भी पूरी तरह से सामान्य रूप से चालू नहीं की जा सकी। पीएसी डाकखाने के स्टाफ ने बताया कि पूरे दिन में मुश्किल से दो घंटें लाइट आयी, लाइन न आने की वजह से इन्वर्टर व यूपीएस बोल गए। कंप्यूटर ठप्प हो गया। जिसकी वजह से ग्राहकों के काम नहीं किया जा सक। दूसरे डाकघरों में ग्राहकों को भेजना पड़ा


चार दिन बाद भी रास्ते बंद
बुधवार की शाम को आयी बारिश आंधी ने पेड़ों व बिजली के खंबों को जड़ से उखाड़ कर सड़क पर गिरा दिया। कई इलाकों में शनिवार की शाम तक पेड़ हटाने का जारी था। पल्लवपुरम थाना के कैश कालेज के सामने शनिवार दोपहर बाद रास्ता खोला जा सका। रजबन इलाके में शनिवार को दोपहर बाद तक रास्ता बंद रहा। बाद में जब इलाके के लोग ही पेड़ों की लकड़ियां काटकर घर ले जाने लग तब कहीं जाकर रास्ता आने जाने लगायक हो सका। सदर के कलाल खाना इलाके में सांई मंदिर के पास टूटा पेड़ का हिस्सा शनिवार तक नहीं हटाया जा सका। महानगर के ऐसे कई इलाके हैं जहां पेड़ और बिजली के खंबे टूटकर सड़कों पर आ गिरे। उन्हें शनिवार तक नहीं हटाया जा सका। वेस्ट एंड रोड मंदिर मार्ग भी पेड़ टूटने से अवरूद्ध हो गया था। यहां पर दो पब्लिक स्कूल हैं। कैंट बोर्ड प्रशासन ने हालांकि इस रास्ते को अगले दिन साफ करा दिया था। लेकिन अभी भी तमाम रास्ते ऐसे हैं जहां पेड़ टूटे पड़े हैं और रास्ते अवरूद्ध हैं।
माधवपुरम का बुरा हाल
शहर का माधवपुरम इलाका भी बारिश व आंधी तूफान के बाद से बदहाल है।। दो दिन से इलाके में पानी नहीं है। लोगों बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। जीएल जल ने मोबाइल स्वीच ऑफ किया हुआ है। लोगों ने बताया कि जब पानी सप्लाई चालू कराने के लिए उन्होंने नगर आयुक्त को फोन मिलाया गया तो नगर आयुक्त ने भी अपना फोन नहीं अटेंड किया। उनके पर्सनल नंबर पर कॉल की गई तो आरोप है कि उसको भी अटेंड नहीं किया गया। माधवपुरम वार्ड नंबर 48 की जनता पिछले तीन दिन से पूरे पूरे दिन पानी के लिए परेशान हो रही है लेकिन कोई भी सुनने के लिए तैयार नहीं। लोगों ने बताय कि महापौर को भी फोन मिलाया महापौर ने भी फोन नहीं उठाया। जानलेवा गरमी और पानी की किल्लत के बाद अब लोगाें ने सीएम के ट्वीटरी हेंडल पर शिकायत भेजीं हैं।
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