मुजफ्फरनगर/सहारनपुर/मेरठ। रविवार 6 जुलाई का दिन हादसों भरा रहा। मुजफ्फरनगर पेपर मिल में बड़ा हादसा हो गया, जहां बॉयलर फटने से शिफ्ट इंचार्ज की मौत गई और गंभीर रूप से चार कर्मचारी झुलस गए। मिली जानकारी के मुताबिकनई मंडी थाना क्षेत्र स्थित श्री वीर बालाजी पेपर मिल में रविवार तड़के एक भीषण हादसा हो गया। सुबह करीब 4 बजे मिल का बॉयलर फट गया, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। हादसे में शिफ्ट इंचार्ज अंकित (32) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतक अंकित मूल रूप से शेरनगर का रहने वाला था और पिछले कई वर्षों से इसी फैक्ट्री में कार्यरत था। परिजनों ने बताया कि वह शनिवार दोपहर से ड्यूटी पर गया था और रात 10 बजे तक वापस आना था, लेकिन उसका रिलीवर नहीं पहुंचा। इस कारण वह फैक्ट्री में ही रुक गया। रात के बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया, जिससे परिजन चिंतित हो उठे। रविवार सुबह फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से फोन कर बताया गया कि अंकित को चोट लगी है। जब परिजन फैक्ट्री पहुंचे तो उन्हें उसके निधन की सूचना मिली। इस खबर से परिवार में कोहराम मच गया। अंकित की मौत की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण और परिजन फैक्ट्री पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने शव को फैक्ट्री परिसर में रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उचित मुआवजे की मांग की। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया। मिल प्रबंधन से बातचीत कराकर मुआवजे का आश्वासन दिलाया गया, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया परिजनों ने बताया कि अंकित अपने पीछे पत्नी वंदना और दो छोटे बच्चों को छोड़ गया है। उसका बड़ा भाई बबलू ड्राइवर का काम करता है। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर थी, अब अंकित की मौत ने उन्हें गहरे संकट में डाल दिया है।
150 को फूड पाइजान एक की मौत
सहारनपुर के ननौता कस्बे से भी दिल को दहलाने वाली खबर आयी है जहां शबी हैदर नाम के शख्स की मौत हो गई और 150 की हालत खराब है। बताया गया है कि (मुहर्रम की नो तारीख) को नगर की सभी इमाम बारगाहों तथा घरों में मजलिसों का आयोजन हो रहा था। मजलिस के बाद घरों में खाने पीने का भी प्रबंध किया जाता है। इसी बीच देर रात कुछ लोगों व बच्चों को पेट दर्द व उल्टी की शिकायत होने लगी। मोहल्ला शेखजादगान निवासी शबी हैदर (55) को हालत खराब होने पर सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया। हालत में सुधार नहीं होने पर चंडीगढ़ हायर सेंटर ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई। इसी दौरान नगर में शिया समुदाय के महिलाओं, पुरुषों तथा बच्चों के फूड प्वाइजनिंग के मामले बढ़ने लगे। फूड प्वाइजनिंग के कारण शबी हैदर की मौत की खबर मिलते ही लोगों में दहशत फैल गई। देखते ही देखते रात 1 बजे तक नगर में शिया समुदाय के महिलाओं व बच्चों सहित करीब 150 से अधिक लोग फूड प्वाइजनिंग की चपेट में आ गए। लगातार बढ़े फूड प्वाइजनिंग के मामलों से लोगों में अफरातफरी मच गई। बीमार लोगों को नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित अन्य निजी अस्पताल व चिकित्सकों पास भर्ती कराया गया।
दोस्तों ने ही ले ली जान
मेरठ में दोस्त की उसके दोस्तों ने ही जान ले ली। शहर के ब्रह्मपुरी के माधवपुरम इलाके में रहने वाले युवक विपुल (24) पुत्र संदीप की अचानक हालत बिगड़ गई। जानकारी पर पहुंचे परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई। उसका जिस्म विपुल के दोस्त शनिवार दोपहर घूमने जाने की बात कहकर उसे घर से ले गए थे। कुछ देर बाद एक दोस्त ने पिता संदीप को फोन कर विपुल की तबीयत खराब होने की जानकारी दी। संजय वन पहुंचे परिजनों को देखकर दोस्त भाग निकले। विपुल का शरीर नीला पड़ चुका था। विपुल की गंभीर हालत को देखकर परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान विपुल की मौत हो गई। इसके बाद परिजन ब्रह्मपुरी थाने पहुंचे और विपुल के दोस्तों पर जहर देकर मारने का आरोप लगाया। पिता संदीप ने एक युवक को नामजद करते हुए पुलिस को तहरीर दी। मामला परतापुर का होने के चलते पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही। बाद में ब्रह्मपुरी पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परतापुर पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।