
मेरठ/ अहिल्याबाई होल्कर को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य सभा सदस्य विनय प्रभाकर सहस्त्रबुद्धे ने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एक मजबूत हस्ताक्षर बताया। उन्होंने कहा कि वह सती प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों की प्रबल विरोधी थीं। विनय प्रभाकर सहस्त्रबुद्धे बुधवार को सीसीएसयू के नेता जी सुभाष बोस प्रेक्षागृह में आयोजित लोक पुण्यश्लोक माता अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी अभियान’ नगर निगम सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिति संबोधित कर रहे थे। आयोजक महापौर हरिकांत आहलूवालिया व संयोजक महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी थे। अध्यक्षताओबीसी मोर्चा क्षेत्रीय अध्यक्ष हरवीर पाल ने की। अभियान की संयोजक सीमा श्रीवास्तव सह संयोजक रवीश अग्रवाल रहे। मुख्य अतिथि ने कहा कि अहिलबाई होलकर ने उस समय अपने परिवार को मजबूत बनाने के लिए उस समय की रीति को बदला, जब अहिलबाई होलकर कम आयु में उनके पति की मृत्यु हुई तब उन्होंने सती प्रथा को त्याग किया। अहिल्याबाई होलकर ने कभी मुगलों की गुलामी स्वीकार नहीं की और अपने राज्य को आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि पीएम मोदी कैसे अहिल्याबाई से प्रेरित होकर महिलाओं को उनका हक दे रहे हैं और सशक्त बना रहे हैं।
सांसद अरुण गोविल ने कहा के हमें अहिल्याबाई होलकर से प्रेरित होके उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समाज के लिए काम करने चाहिए। इस अवसर पर भाजपा के महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी, ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर विधायक अमित अग्रवाल , पूर्व विधायक शशि मित्तल, विधान परिषद सदस्य धर्मेंद्र भारद्वाज, राज्यमंत्री संजीव जैन सिक्का, मेरठ हापुड़ लोकसभा सांसद अरुण गोविल, पूर्व राज्य सभा सांसद कांतआ कर्दम सीमा श्रीवास्तव, पूर्व सांसद राजेंद्र अभियान की संयोजक सीमा श्रीवास्तव सह सयोजक रवीश विभोर चौधरी अग्रवाल डॉ वकुल रस्तोगी सुनील चड्ढा नरेंद्र उपाध्याय अरुण वशिष्ठ विवेक बाजपेयी अंकित सिंघल आदि मौजूद रहे।
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