हिंदी से है आशा-घोषित हो राष्ट्रभाषा: डा सुबोध गर्ग, मेरठ / राष्ट्रीय हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी विचार मंच द्वारा आयोजित रामकिशोर सभागार दिल्ली रोड में आयोजित परिचर्चा में भाग लेने पहुंचे हुए मुख्य वक्ता अ.भा. साहित्यालोक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुबोध गर्ग ने कहा कि हिंदी का भविष्य उज्जवल है हिंदी का विकास तेजी से आगे बढ़ रहा है हमें अंग्रेजी का मोह छोड़कर हिंदी के कार्यक्रमों में रुचि लेकर हिंदी का सम्मान करना चाहिए, हिन्दी को विदेशी विद्यार्थी बड़ी सोच के साथ स्वीकार कर रहे हैं हमें भी अपनी धारणा बदलनी होगी। उन्होंने कहा कि देश को हिन्दी से बहुत आशा है। इसको अब राष्ट्रभाषा घोषित कर दिया जाना चाहिढ। अब हिंदी की आशा, घोषित हो राष्ट्रभाषा का प्रचार करना होगा। समारोह की अध्यक्षता मंच के हर्ष सिंघल ने करते हुए कहा कि हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने में विलंब नहीं होना चाहिए। आचार्य सतीश शर्मा ने कहा कि हमें विद्यालय स्तर से ही हिंदी को बढ़ावा देना चाहिए, गोष्ठी का संचालन करते हुए सचिन रमन कंसल एड ने हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करने का प्रस्ताव पास कराया, इस अवसर पर प्रमोद कुमार गुप्ता, सुशील गुप्ता, प.गोपाल शर्मा, उमेश चौधरी, अचिन विश्नोई, विकास कुमार, राधेश्याम गुप्ता, जुगल किशोर,आदि सदस्यों ने हिंदी के समर्थन में अपने विचार रखे।