पीट-पीट कर हत्या कर लाश फूंकी, मेरठ / सदर बाजार थाना क्षेत्र के कैंट के हाई सिक्योरिटी जोन पश्चिम सब एरिया मुख्यालय से चंद कदम की दूरी पर 510 बेस वर्कशॉप के सामने शख्स की हत्या कर उसको वही जला डाला। आरोपियों का तलाश में पुलिस की कई टीमें लगा दी गयी हैं। पुलिस वारदात के शीघ्र खुलासे व मृतक की पहचान का दावा कर रही है।
आशंका जतायी जा रही है कि किसी की हत्या कर बदमाशों ने शव को ठिकाने लगाने की नियत से शव को आर्मी बेस वर्कशॉप के समीप ही जला दिया। इस घटना ने कैंट क्षेत्र के सुरक्षा इंतजामों के साथ पुलिस गश्त की भी पोल खोलकर रख दी है। जिस जगह यह शव जलता हुआ मिला है, वह कैंट क्षेत्र को वाया कंकरखेड़ा फ्लाई ओवर नागरिक क्षेत्र से जोड़ने वाला इलाका है। 510 आर्मी बेस वर्कशॉप होने के अलावा चंद कदम की दूरी पर सब एरिया मुख्यालय है। इस एरिया मुख्यायल के समीप आर्मी के बडे़ अफसरों के बंगले हैं। थोड़ा आगे चलेंगे तो कैंट स्टेशन और फिर थाना कंकरखेड़ा। यूपी सब एरिया मुख्यालय होने के चलते अंदाजा लगाया जा सकता है कि इलाका कितना महत्वपूर्ण व सेना की सुरक्षा की दृष्टि से भी कितना बड़ा सेफ जोन कहलाता है। सबसे बड़ी बात जहां पर शव को जलाया गया है वहां थाना कंकरखेड़ा व थाना सदर बाजार की सीमाएं मिलती हैं। दोनों थाना क्षेत्रों का यह बोर्डर एरिया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि घटना के बड़ी होने के साथ ही यह बेहद संवेदनशील है।
यह हुआ
सदर बाजार के छावनी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह सड़क पर जला शव मिलने पर सनसनी फैल गई। यहां पर दौड़ने का अभ्यास करने वाले कुछ युवाओं ने सबसे पहले करीब चार बजे शव देखा। उन्होंने डायल 112 पर सूचना दी तो पुलिस मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं। शव किसका है, पुलिस यह पता लगाने में जुटी है। मौके पर पहुंचे एएसपी चंद्र प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि साफ पता चल रहा था कि रात में यह शव जलाया गया है। तत्काल फोरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया। लोगों की भीड़ जमा होती चली गई। आनन फानन पुलिस ने अधजले शव को वहां से उठाकर मोर्चरी भेजा। पुलिस फिलहाल आस पास में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि मृतक की शिनाख्त सचिन के रूप में होने की बात कही जा रही है। इसके अलावा किसने यह वारदात की है, इसके लिए पुलिस सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। सैन्य क्षेत्र में इस तरह की वारदात सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है।
पुलिस गश्त की खुली पोल
शासन तथा पुलिस के स्थानीय अफसर लगातार गश्त के आदेश देते रहते हैं। लेकिन इस घटना ने यह तो साबित कर दिया कि भले ही अभी जाडे़ नहीं आए हैं लेकिन रात का अंधेरा गहराते ही जिन पुलिस कर्मियों की गश्त की जिम्मेदारी है वो सो जाते हैं। किसी को मार देना जैसी कि आशंका जतायी जा रही है, फिर उसको वहीं सड़क पर रखकर फूंका देना। यह काम कोई दो चार या दस बीस मिनट में नहीं हो सकता, इसमें कई काफी वक्त लगता है। इससे इतना तो साफ हो गया कि वारदात जब अंजाम दी जा रही थी तब तक ना तो सदर ना ही कंकरखेड़ा थाने से कोई गश्त उस ओर आयी है।
वर्जन
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। कई पुलिस टीमें लगा दी गयी हैं। मामला गंभीर है। शीघ्र खुलासा कर दिया जाएगा।
एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि हो सकता है कि कुछ दोस्तों के बीच खाने पीने को लेकर विवाद हुआ हो। उसी दौरान यह घटना कर दी गयी हो।