आपरेटर के नाम दस लाख का वर्कआर्डर देकर मोल ली मुसीबत, पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन तक पहुंची शिकायत, ठेकेदारों ने खोला मोर्चा
मेरठ/ पीवीवीएनएल के एक एक्सीयन करीब दस लाख के वर्क आॅर्डर अपने चहेते विभाग के एक आॅपरेटर की कंपनी को देकर मुश्किल में फंस गए हैं। उनकी इस कारगुजारी की शिकायत आरटीआई एक्टिविस्ट पंड़ित नरेश शर्मा ने पीवीवीएनएल एमडी से कर जांच की मांग की है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि इस प्रकरण को लेकर की गयी शिकायत और ठेकेदारों का एक्सीयन के खिलाफ मोर्चा खोल देने के बाद जांच तय मानी जा रही है। वहीं दूसरी ओर एमडी से शिकायत में जांच की मांग करने वाले नरेश शर्मा ने बताया कि इसको लेकर ठोस सबूत मौजदू हैं। नियमानुसर ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। इसको लेकर एक्सीयन की मुसीबत बढ़ना तय है।
यह है पूरा मामलाविद्युत नगरीय वितरण खंड 33 केवि के एक्सीयन अमित कुमार पाल पर अपने आॅपरेटर प्रदीप कुमार की फर्म केम इंटरप्राइजेज के नाम 10 लाख से अधिक के वर्क आॅर्डर जारी कर दिए जाने के आरोप लगे हैं, बताया गया है कि जबकि वहां सारा कार्य विभाग के ठेकेदारों द्वारा किया गया था। आरोप है कि इन ठेकेदारों के काम का भुगतान भी नहीं किया गया है। एक तो ठेकेदारों को पेमेंट नहीं दी जा रही है दूसरे एक्सीयन ने जिस प्रकार से दस लाख के वर्कआर्डर जारी किए हैं, उसको लेकर भी ठेकेदारों ने आस्तीनें चढ़ा ली हैं।याद रहे कि पिछले दिनों तमाम ठेकेदारों ने डिविजन में जाकर विरोध प्रदर्शन भी किया था नाम न छपने की शर्त पर एक ठेकेदार ने यह भी बताया कि अब वह डिवीजन में कार्य ही नहीं करेगा। जिस प्रकार से दस लाख के वर्क आर्डर जारी किए गए हैं उसके अब अब आरोपी एक्सीयन स्वयं अपने आॅपरेटर से कार्य करा लें। सामाजिक कार्यकर्ता नरेश शर्मा ने पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन को पूरे मामले की जनकारी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि ठेकेदारों व एक्सीयन के बीच इस तनातनी से खामियजा उपभोक्ताओं को गरमी के मौसम में भुगतना पड़ सकता है।
आशू कालिया ने लिया निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) चार्ज
MEERUT/ आशु कालिया द्वारा निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। आशु कालिया ने पीवीवीएनएल के निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) के तौर पर कार्यभार ग्रहण किया गया। इस अवसर पर एनके मिश्र निदेशक (तकनीकी), संजय जैन निदेशक (वाणिज्य), एसएम गर्ग, मुख्य अभियन्ता (एमएम) एवं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आशु कालिया को निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) बनने पर बधाई दी। इससे पूर्व आशु कालिया मुख्य अभियन्ता सीएमयूडी लखनऊ के पद पर एवं अन्य महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं प्रदान की हैं। उनकी गिनती गिनती मेहनती एवं अच्छी छवि वाले अधिकारियों में होती रही है। नव-नियुक्त निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) आशु कालिया ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप जीरो टॉलरेन्स की नीति पर कार्य किया जाऐगा। डिस्कॉम के सर्वांगीण विकास के लिए सार्थक प्रयास किये जाऐंगें।
बिजली चोरों के खिलाफ MD ईशा ने दिखाई पावर