वाजपेयी हैं तो मुमकिन है

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वाजपेयी हैं तो मुमकिन है,
मेरठ। शहर का बड़ा डाकखाना जिस तरह से खुर्दबुर्द किया गया उसके लेकर पूरे शहर और वहां काम करने वालों के मन में पीड़ा है, लेकिन इस पीड़ा में राज्यसभा सदस्य दवा का काम कर रहे हैं। उन्होंने अब डाकघर को दोबारा से नए स्वरूप में लाने का बीड़ा उठाया है। बागपत रोड रेलवे रोड लिंग रोड के बाद शहर घंटाघर का डाकघर सौगात के रूप में मिलने जा रहा है। वहीं दूसरी ओर मंगलवार को  शहर घंटाघर डाकखाना की बिल्डिंग का राज्यसभा सांसद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेई ने दिल्ली से आए रेलवे इंजीनियरों के साथ निरीक्षण किया। दिल्ली से आए इंजीनियरों ने माना कि बिल्डिंग का देखने में आगे का हिस्सा सही है। पीछे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। किसी अन्य एजेंसी से इसकी टेक्नीकल मुआयना कराया जाएगा। अगर रिपोर्ट ओके मिली तो तीन महीने के भीतर तात्कालिक आधार पर उससे चालू कर दिया जाएगा। राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकान्त बाजपेयी का कहना है कि दिल्ली से आए इंजीनियरों के साथ शहर घंटाघर स्थित बंद पड़े पोस्टआफिस का निरीक्षण किया। उसमें यह निर्णय यह हुआ की जो हिस्सा गिरा हुआ है उसका निर्माण टेंडर प्रक्रिया से यथाशीघ्र करायेंगे और शेष हिस्सा जो सुरक्षित खड़ा है, इसका एक बार पुन: किसी नई कंपनी या एजेंसी से परीक्षण करायेंगे। क्योंकि एक कंपनी ने उसको जर्जर घोषित किया है। दूसरी कंपनी की रिपोर्ट यदि ठीक आएगी, तब यहां पर डाकखाने को तात्कालिक आधार पर चालू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक रहा तो यह निश्चित है कि 3 महीने के अंदर यहाँ पर डाकखाने का काम चालू हो जाएगा और जनता से संबंधित समस्त सुविधायें उपलब्ध होने लगेगी। इस अवसर पर दिल्ली से नॉर्दर्न रेलवे के अधीक्षण अभियंता कौशल, मेरठ रेलवे के इंजीनियर व उनकी की टीम तथा पोस्ट आॅफिस एसएसपी जितेन्द्र ,ब्रिजेश चौधरी, मुकेश ठाकुर, विवेक बाजपेयी, कुलदीप वाल्मीकि, गौरव शर्मा, संजय सम्राट, नरेश गुप्ता, दीपक शर्मा, प्रवीन शर्मा, बिल्लू, विजय गुप्ता, रिजवान, शशांक गुप्ता आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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